Shabd Yugm Kise Kahate Hain – हिंदी व्याकरण में कई प्रकार के शब्द हैं जिनका उच्चारण तो एक जैसा होता है लेकिन उनके अर्थ अलग-अलग होते हैं, इसलिए इन्हें युग्म शब्द कहते हैं। हिंदी में कुछ ऐसे शब्द हैं जिनकाइस्तेमाल गद्य की बजाए पद्य में अधिक होता है। इन शब्दों को शब्द युग्म कहा जाता हैं। तो आइये जानते है शब्द युग्म किसे कहते हैं, शब्द युग्म की परिभाषा, शब्द युग्म कितने प्रकार के होते हैं (Shabd Yugm In Hindi) –
शब्द युग्म क्या है इन हिंदी, शब्द युग्म किसे कहते हैं (Shabd Yugm Kise Kahate Hain)
आम तौर पर, बात करते या लिखते समय हम अक्सर अपने शब्दों को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए एक ही शब्द का दो बार इस्तेमाल करते हैं या दो समानार्थी या दो विलोम शब्दों का एक साथ इस्तेमाल करते हैं।
उदाहरण के लिए-
वह बार-बार मेरी तरफ देख रहा था।
रवि के पास पर्याप्त धन-संपदा है।
इस व्यवसाय में मुझे लाभ-हानि नहीं हुआ।
मोहन ने अपनी बची-कुछी ज़मीन भी दान कर दी।
इन वाक्यों में बार-बार, धन-संपदा, हानि-लाभ और बची-कुछी शब्द एक साथ इस्तेमाल हो रहे हैं और ये वाक्यों को अधिक प्रभावशाली बना रहे हैं। इसलिए ऐसे शब्दों को शब्द युग्म कहते हैं।
शब्द युग्म की परिभाषा हिंदी में (Shabd Yugm Ki Paribhasha Hindi Mein)
जब दो शब्दों को एक जोड़ी के रूप में प्रयोग किया जाता है तो उन्हें ‘शब्द युग्म’ कहा जाता है।
शब्द-युग्म के कुछ उदाहरण – हरे-हरे, आते-जाते, अस्त-व्यस्त, तितर-बितर , तरह-तरह आदि।
शब्द युग्म के प्रकार / शब्द युग्म कितने प्रकार के होते हैं (Shabd Yugm Kitne Prakar Ke Hote Hain) – Shabd Yugm Ke Prakar
शब्द-युग्म के 6 भेद / प्रकार होते हैं-
(क) पुनरुक्त
(ख) सजातीय या समवर्गीय
(ग) समानार्थक
(घ) विपरीतार्थक
(ड) समानार्थक-निरर्थक
(च) निरर्थक
(क) पुनरुक्त शब्द-युग्म
जब किसी शब्द का प्रयोग दो बार जोड़े में किया जाता है तो ऐसे शब्द युग्म को ‘पुनरुक्त शब्द युग्म’ कहा जाता है।
पुनरुक्त शब्द-युग्म के उदाहरण – धीरे-धीरे, गाँव-गाँव, हाथों-हाथ, चलते-चलते, पास-पास, घर-घर, हरे-भरे।
(ख) सजातीय या समवर्गीय शब्द-युग्म
जब किसी शब्द-युग्म में एक ही जाति या वर्ग के शब्दों का प्रयोग किया जाता है, तो ऐसे शब्द-युग्म को ‘ सजातीय या समवर्गीय शब्द-युग्म’ कहते हैं।
सजातीय या समवर्गीय शब्द-युग्म के उदाहरण – पशु-पक्षी, तड़के-सवेरे, नहाना-धोना, दौड़-भाग, उठना-बैठना, शाक-सब्जी।
(ग) समानार्थक
जब समान अर्थ वाले शब्दों का प्रयोग किसी शब्द-युग्म में किया जाता है, तो ऐसे शब्द-युग्म को ‘समानार्थक शब्द-युग्म’ कहते हैं।
समानार्थक शब्द-युग्म के उदाहरण – आदर-सत्कार, धन-संपदा, मान-सम्मान, सुबह-सवेरे, बाल-बच्चे, रूखा-सूखा।
(घ) विपरीतार्थक शब्द-युग्म
जब किसी शब्द-युग्म में विलोम या विपरीत अर्थ वाले शब्दों का प्रयोग किया जाता है, तो ऐसे शब्द-युग्म को ‘विपरीतार्थक शब्द-युग्म’ कहते हैं।
विपरीतार्थक शब्द-युग्म के उदाहरण – नया-पुराना, उठना-बैठना, ऊपर-नीचे, इधर-उधर, सुबह-शाम।
(ङ) सार्थक-निरर्थक या छंदबद्ध शब्द-युग्म
जब किसी शब्द युग्म में सार्थक तथा निरर्थक शब्दों के साथ छंदबद्ध युक्त शब्दों का प्रयोग किया जाता है, तो ऐसे शब्द युग्म को ‘सार्थक-निरर्थक या छंदबद्ध शब्द-युग्म’ कहते हैं।
सार्थक-निरर्थक या छंदबद्ध शब्द-युग्म के उदाहरण – आर-पार, थैला-वैला, सज-धज, चादर-वादर, चाय-वाय।
(च) निरर्थक
जब किसी शब्द-युग्म में निरर्थक शब्दों का प्रयोग किया जाता है, तो ऐसे शब्द-युग्म को ‘निरर्थक शब्द-युग्म’ कहा जाता है।
निरर्थक शब्द-युग्म के उदाहरण – अनाप-शनाप, ऐरा-गैरा, साँठ-गाँठ, चटटे-बटूटे, खुसर-फुसर।
युग्म शब्द 50 – Yugm Shabd 50
अंस – अंश
अँगना – अंगना
अन्न – अन्य
अनिल – अनल हवा
आग – अम्बु
अथक – अकथ
अध्ययन – अध्यापन
अधम – अधर्म
अली – अलि
अन्त – अन्त्य
अम्बुज – अम्बुधि
असन – आसन
अणु – अनु
अभिराम – अविराम
अपेक्षा – उपेक्षा
अवलम्ब – अविलम्ब
अतुल – अतल
अचर – अनुचर
अशक्त – असक्त
अगम – आगम
अभय – उभय निर्भय
अब्ज – अब्द
अरि – अरी
अभिज्ञ – अनभिज्ञ
अक्ष – यक्ष
अवधि – अवधी
अभिहित – अविहित
अयश – अयस
असित – अशित
आकर – आकार
आस्तिक – आस्तीक
अन्यान्य – अन्योन्य
आर्ति – आर्त्त
अभ्याश – अभ्यास
इत्र – इतर
इति – ईति
इन्दु – इन्दुर
इड़ा – ईड़ा
उपकार – अपकार
उद्धत – उद्दत
उपरक्त – उपरत
उपाधि – उपाधी
उपयुक्त – उपयुर्क्त
ऋत – ऋतु
एतवार – ऐतबार
कुल – कूल
कंगाल – कंकाल
कर्म – क्रम
कृपण – कृपाण
कर – कारा