Rajdhani Of Rajasthan In Hindi – राजपूतों का देश राजस्थान क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य है जो दिखने में बेहद खूबसूरत और प्रमुख है। राजस्थान की संस्कृति और त्यौहारों से मंत्रमुग्ध होकर देश-विदेश से पर्यटक यहाँ आते रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते है राजस्थान की राजधानी क्या है (Rajasthan Ki Rajdhani Kya Hai), अगर नहीं तो आइये जानते है राजस्थान की राजधानी कहां है (Rajasthan Ki Rajdhani Kahan Hai Hindi Mein) –
राजस्थान की राजधानी क्या है (Rajdhani Of Rajasthan In Hindi Mein)
वर्तमान समय में राजस्थान की राजधानी – गुलाबी नगर यानी की जयपुर (Jaipur) है। गुलाबी नगर जयपुर को पिंक सिटी भी कहा जाता है। जयपुर को भारत का पेरिस भी कहा जाता है। जयपुर राजस्थान का एक महत्वपूर्ण शहर भी है।
आजादी के बाद 1956 में जयपुर को राजस्थान की राजधानी बनाया गया। राजस्थान की राजधानी जयपुर की स्थापना 1728 में आमेर के राजा महाराज सिंह द्वितीय ने की थी। अरावली पर्वतमाला राजस्थान की एकमात्र पर्वतमाला है।
जयपुर की स्थापना 18वीं शताब्दी में महाराजा जयसिंह ने की थी। राजस्थान के जयपुर को राजधानी के तौर पर चुना गया, इसके पीछे सबसे बड़ी वजह यह थी कि इसकी स्थापना महाराजा जयसिंह ने की थी। जयपुर को पहले जयनगर के नाम से जाना जाता था, लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर जयपुर कर दिया गया। जब आप जयपुर जाएंगे तो पाएंगे कि यह भारत के ऐतिहासिक और मशहूर शहरों में से एक है।
राजस्थान की राजधानी जयपुर एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, इसे गुलाबी नगर के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह शहर गुलाबी रंग की कई ऐतिहासिक इमारतों से रंगा हुआ है।
जयपुर के पर्यटन स्थलों में आमेर किला, हवा महल, जंतर मंतर, राजस्थान का ऐतिहासिक संग्रहालय, सीता मंदिर, बापू बाजार, नेहरू बाजार, जौहरी बाजार शामिल हैं। इन सबके अलावा, राजस्थान के जयपुर में घूमने के बाद आप सांगानेर, जैसलमेर और उदयपुर भी जा सकते हैं।
राजस्थान की राजधानी जयपुर को भारत का पेरिस क्यों कहते है?
राजस्थान की राजधानी कहे जाने वाले जयपुर को भारत का “पेरिस” इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि जयपुर का डिज़ाइन फ्रांस के पेरिस से मिलता जुलता है। साथ ही, जयपुर का नाम भी फ्रांस के जौनपुर शहर से लिया गया है। यह फ्रांस का एक प्रसिद्ध ग्रामीण स्थान है। जयपुर की इमारतों, फव्वारों, सड़कों और चौराहों का लेआउट भी पेरिस शहर से काफी मिलता जुलता है। साथ ही जयपुर अपनी संस्कृत, ऐतिहासिक धरोहरों, अल्बर्ट हॉल म्यूजियम, जंतर मंतर, सिटी पैलेस, जयगढ़ किला जैसी जगहों के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है।
गुलाबी शहर जयपुर में घूमने के लिए जगहें
आमेर महल – आमेर किला जयपुर की शान माना जाता है, जिसकी खूबसूरती अविस्मरणीय है। यह किला एक चट्टानी पहाड़ी पर बना है। इस किले का निर्माण लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से किया गया था। ऐसा माना जाता है कि यह राजस्थान के राजपरिवार का निवास स्थान था। इस किले के द्वार पर लगे हाथी इस किले की खूबसूरती को और बढ़ाते हैं। किले से डूबते सूरज का नजारा मनमोहक दिखाई देता है।
हवा महल – हवा महल जयपुर की खूबसूरती में चार चांद लगाता है। यह इमारत बलुआ पत्थर से बनी है। अगर आप जयपुर आएं और हवा महल न देखें तो जयपुर की आपकी यात्रा अधूरी रह जाएगी, इसे ‘हवाओं का महल’ भी कहा जाता है।
जंतर मंतर – जंतर मंतर को जयपुर की धरोहर माना जाता है। यह एक ऐसी ऐतिहासिक इमारत है जो सीधे तौर पर बताती है कि पुराने समय में भी जयपुर एक बहुत विकसित शहर था। अगर आप जयपुर जाएं तो यहां जरूर जाएं।
जल महल – जल महल राजस्थान में स्थित एक प्रसिद्ध इमारत है। इस जल महल की खासियत यह है कि यह झील (तालाब) के बीच में बना है और पानी में स्थित होने के कारण इसे “जल महल” कहा जाता है। इस महल का निर्माण मूल रूप से महाराजा सवाई माधो सिंह द्वितीय ने 18वीं शताब्दी में करवाया था। यह इमारत पाँच मंजिलों पर बनी है, लेकिन केवल ऊपरी दो मंजिलें ही पर्यटकों के लिए खुली हैं, जिससे यात्रियों को जल महल की खूबसूरती और विरासत वास्तुकला का आनंद लेने का मौका मिलता है। महल की अच्छी तरह से बनी मंजिलों के शीशे से आप आसपास की झील की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं।
जौहरी बाज़ार – यह बाज़ार जयपुर का प्रसिद्ध आभूषण बाज़ार है, जहाँ मुख्य रूप से सोने, चाँदी, पत्थर, ज़िरकॉन और गुलाबी पत्थरों से बने आभूषण बिकते हैं। यह मुख्य व्यवसाय और बाज़ार क्षेत्र है। यहाँ आप प्राचीन राजस्थानी कला, कपड़े, पर्दे, जूते, सजावटी उत्पाद, पुतले और अन्य स्थानीय आभूषण खरीद सकते हैं। इसके अलावा यहाँ बापू बाज़ार है। यह स्थानीय राजस्थानी कपड़ों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ आप कढ़ाई वाले कपड़े, लहरिया, बांधनी, साड़ी, सूट और अन्य राजस्थानी पोशाक खरीद सकते हैं।