महात्मा गांधी पर निबंध 200 शब्दों में हिंदी में – Mahatma Gandhi Essay In Hindi 200 Words

Mahatma Gandhi Essay In Hindi 200 Words – महात्मा गांधी भारत के राष्ट्रपिता और एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने सत्य और अहिंसा के सिद्धांत पर कई आंदोलनों का नेतृत्व किया। उनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी (Mohandas Karamchand Gandhi) था, और इनका जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को भारत के गुजरात राज्य के पोरबंदर नामक गांव में हुआ था। गांधीजी ने अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए भारत को ब्रिटिश शासन (ब्रिटिश) से मुक्त कराया। गांधीजी एक महान विचारक और समाज सुधारक भी थे, जिन्होंने जातिवाद, छुआछूत और बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ आवाज उठाई। इसके अलावा उन्होंने स्वदेशी आंदोलन का भी नेतृत्व किया।

निबंध 1) महात्मा गांधी पर निबंध 200 शब्द हिंदी में – Mahatma Gandhi Essay In Hindi 200 Words

महात्मा गांधी, जिन्हें भारत देश में “बापू” या “राष्ट्रपिता” के नाम से पुकारा जाता है, भारत के एक महान स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ महान विचारक थे। गांधी जी ने अहिंसा, सत्य और प्रेम के सिद्धांतों के आधार पर ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। उन्होंने इंग्लैंड में कानून (वकालत) की पढ़ाई की और फिर भारत लौटने के बाद एक वकील के रूप में काम किया। 1893 में, वे दक्षिण अफ्रीका चले गए, जहाँ उन्होंने भारतीय समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी।

साल 1915 में भारत लौटने के बाद, महात्मा गांधी जी ने ब्रिटिश शासन के विरुद्ध भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया था। उनके द्वारा देश में कई महत्वपूर्ण आंदोलनों का नेतृत्व किया, जिनमें दांडी मार्च, सविनय अवज्ञा आंदोलन, असहयोग आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन शामिल हैं।

महात्मा गांधी के सफल आंदोलनों ने ब्रिटिश शासन को काफी कमजोर कर दिया, और अंततः उन्हें 1947 में भारत छोड़ना पड़ा। इस तरह, गांधी जी ने अंग्रेजों से भारत को आजादी दिलाने में बहुत योगदान दिया। गांधी जी सत्य और अहिंसा के महान प्रचारक थे, जिन्होंने जीवन भर इन सिद्धांतों का पालन किया और दुनिया भर के लोगों को प्रेरित भी किया।

निबंध 2) महात्मा गांधी पर निबंध 200 शब्द हिंदी में – Essay On Mahatma Gandhi In 200 Words In Hindi

महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था, उन्हें उनके कार्यों के कारण महात्मा कहा जाता है। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को हुआ था और उनका जन्मस्थान पोरबंदर, गुजरात है। उनके पिता का नाम करमचंद गांधी और माता का नाम पुतलीबाई था।

गांधीजी शिक्षा को आवश्यक मानते थे और उनकी इच्छा थी कि देश का हर नागरिक शिक्षित हो। उन्होंने राजकोट के अल्फ्रेड हाई स्कूल से पढ़ाई की और यूनिवर्सिटी कॉलेज, लंदन से कानून की डिग्री प्राप्त की। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता रहे, महात्मा गांधी ने देश को अंग्रेजों से आजाद कराने के लिए कई आंदोलन किए थे, जिनमें से भारत छोड़ो आंदोलन सबसे प्रसिद्ध रहा है।

उन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ा लेकिन उन्होंने हमेशा अहिंसा का पालन किया। वे शाकाहारी थे और सभी को उपवास का महत्व समझाते थे। देश के लोगों को आजादी के लिए प्रेरित करने वाले और समूह में काम करने तथा अहिंसा का समर्थन करने वाले गांधी जी को राष्ट्रपिता का दर्जा प्राप्त है। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक प्रमुख नेता भी रहे हैं।

गांधी जी ने हमेशा स्वदेशी नीति का पालन किया और अंग्रेजी वस्तुओं का बहिष्कार किया। इसीलिए उन्होंने असहयोग आंदोलन की शुरुआत की जिसे लोगों का भरपूर समर्थन मिला। उन्होंने छुआछूत, शराब, अज्ञानता और गरीबी के खिलाफ भी आंदोलन चलाए और लोगों को जागरूक करने का काम किया। 30 जनवरी, 1948 को नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related Articles