Kriya Ke Kitne Bhed Hote Hain – सभी भाषाओं में क्रियाओं का महत्वपूर्ण स्थान होता है, हिंदी भाषा में भी क्रियाओं का विशेष महत्व है। क्रिया के बिना वाक्य पूरा नहीं होता। छोटी कक्षाओं से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं तक में क्रियाओं से संबंधित कई प्रश्न पूछे जाते हैं। इसलिए आज के इस लेख में हम आपको क्रिया किसे कहते है, क्रिया के कितने भेद हैं होते है के बारे में जानकारी देने वाले है। तो आइये जानते है क्रिया कितने प्रकार की होती है (Kriya Kitne Prakar Ki Hoti Hai In Hindi) –
क्रिया किसे कहते है, क्रिया की परिभाषा (Kriya Kise Kahate Hain In Hindi)
परिभाषा – जिस शब्द से किसी काम (कार्य) के होने या करने का बोध होता है, उसे क्रिया (Kriya) कहा जाता हैं। संस्कृत में क्रिया रूप को धातु कहा गया हैं। हिंदी में इन धातुओं का प्रयोग ‘ना’ शब्द के साथ होता है, यानी हिंदी में इन धातुओं के साथ ‘ना’ लगता है।
सरल शब्दों में कहा जाए तो, वह शब्द जो किसी कार्य के करने या होने का संकेत देता है, क्रिया कहलाता है। अर्थात क्रिया का अर्थ है काम; जैसे खाना, पीना, जाना आदि। क्रिया व्याकरण में वर्णों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह वर्ण भाषा में होने वाली क्रिया या कार्य को प्रकट करता है।
क्रिया वर्ण का उपयोग किसी कार्य, संगठन, घटना अथवा स्थिति को व्यक्त करने हेतु किया जाता है। क्रिया वर्ण क्रिया के प्रारम्भ, मध्य या अंत में होता है और वाक्य में क्रिया के संदर्भ को स्पष्ट करता है।
क्रिया व्याकरण में एक महत्वपूर्ण घटक है जो किसी भी कार्य या क्रिया को व्यक्त करता है।
यह क्रियाओं का वर्णन करने, कार्य का उल्लेख करने और समय को व्यक्त करने के लिए उपयोगी है।
मुख्य रूप से क्रिया का प्रयोग वाक्य में कार्य को व्यक्त करने हेतु किया जाता है।
क्रिया को पहचानना जरुरी है ताकि सही वाक्य संरचना बना सकें, साथ ही अपने विचारों को सही ढंग से व्यक्त कर सकें।
जैसे –
- खाना
- पीना
- पढ़ना
- लिखना
- दौड़ना
क्रिया का अर्थ है काम करना। हर भाषा के वाक्य में क्रिया का बहुत महत्व है। हर वाक्य को पूरा करने के लिए क्रिया का बहुत महत्व है। क्रिया किसी कार्य के होने या करने को दर्शाती है। क्रिया करने वाले व्यक्ति को ‘कर्ता’ कहा जाता है।
क्रिया के उदाहरण –
- विकास पढ़ रहा है।
- विकास क्रिकेट खेल रहा है।
- विकास खेल रहा है।
- श्रुति पुस्तक पढ़ रहा है।
- लड़के गाना गा रहे हैं।
क्रिया शब्द के उदाहरण
क्रिया शब्द के उदाहरण इस प्रकार हैं:
- खेलना
- आना
- जाना
- कूदना
- नाचना
- पीना
- चलना
- नहाना
क्रिया के कितने भेद होते है – Kriya Ke Kitne Bhed Hote Hain In Hindi
क्रिया के सामान्यतः दो भेद हैं, जो इस प्रकार है –
- सकर्मक क्रिया
- अकर्मक क्रिया
#1) सकर्मक क्रिया
ऐसी क्रियाएँ जिनका प्रभाव वाक्य में प्रयुक्त कर्ता के स्थान पर कर्ता पर पड़ता है। अर्थात वाक्य में क्रिया के साथ कर्ता का होना सकर्मक क्रिया कहलाती है। उदाहरण के लिए – सीता खाना बना रही है, रमेश बाजार जा रहा है, सुरेश पानी पी रहा है आदि। सकर्मक क्रियाएँ दो प्रकार की होती हैं –
1) एकल कर्मक क्रिया – जब वाक्य में क्रिया के साथ एक कर्ता का प्रयोग हो तो उसे एकल कर्मक क्रिया कहते हैं, उदाहरण के लिए – राम आम खा रहा है।
2) द्विकर्मक क्रिया – जब वाक्य में क्रिया के साथ दो कर्ता का प्रयोग हो तो उसे द्विकर्मक क्रिया कहते हैं, उदाहरण के लिए – अध्यापक विद्यार्थियों को गणित पढ़ा रहा है।
#2) अकर्मक क्रिया
ऐसी क्रियाएँ जिनके साथ कर्ता का प्रयोग न हो तथा क्रिया का प्रभाव वाक्य में प्रयुक्त कर्ता पर पड़े, उन्हें अकर्मक क्रिया कहते हैं। उदाहरण के लिए – रीता रो रही है, सीता खा रही है, राम बैठा है आदि।
FAQs
क्रिया कितने प्रकार की होती है?
क्रिया मुख्यतः दो प्रकार की होती है।
क्रिया के दो प्रकार क्या हैं?
क्रिया मुख्यतः दो प्रकार की होती है- (1) सकर्मक क्रिया और (2) अकर्मक क्रिया।
पढ़ना किस प्रकार की क्रिया है?
पढ़ना’ एक सकर्मक क्रिया है।
अकर्मक क्रिया का एक उदाहरण क्या है?
शीला हँसती है। विकास रो रहा है।
क्रिया की परिभाषा क्या है?
क्रिया भाषा में एक महत्वपूर्ण इकाई है जो किसी क्रिया का वर्णन करती है। यह शब्द भाषा की संरचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और वाक्यों में क्रिया, स्थिति या गुण को व्यक्त करने में मदद करता है। क्रिया वाक्य की मूल इकाई है जो भाषा को जीवंत बनाती है।
क्रिया को कितने भागों में बांटा गया है?
क्रिया के मुख्य रूप से दो भेद होते हैं, जो है – अकर्मक क्रिया और सकर्मक क्रिया।