Ka Se Gya Tak In Hindi Alphabet – हिंदी दुनिया में तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है, जो दुनिया की प्रमुख भाषाओं में से एक है और भारत की राजभाषा के तौर पर लोकप्रिय है। इस भाषा को बोलने वालों की संख्या मिलियन में है।
हिंदी भारत की राजभाषा है और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है, लेकिन यह भारत की राष्ट्रीय भाषा नहीं है, क्योंकि भारत के संविधान में किसी भी भाषा को राष्ट्रीय भाषा का दर्जा नहीं दिया गया है।
जिस प्रकार अंग्रेजी भाषा सीखने के लिए ABCD का ज्ञान होना जरुरी है, ठीक उसी प्रकार हिंदी सीखने के लिए भी अ, आ, इ, इ… का ज्ञान होना आवश्यक है। तो आइये आज हम आपको बताते है क से ज्ञ तक हिंदी वर्णमाला (K Se Gya Tak Hindi Alphabet) – K Se Gya Tak Varnmala In Hindi
क से ज्ञ तक हिंदी वर्णमाला हिंदी में (Ka Se Gya Tak In Hindi Alphabet)
क से ज्ञ तक हिंदी वर्णमाला कुछ इस प्रकार है – क, ख, ग, घ, ड़, च, छ, ज, झ, ञ, ट, ठ, ड, ढ, ण, त, थ, द, ध, न, प, फ, ब, भ,म, य, र, ल, व, श, ष, स, ह, क्ष, त्र, ज्ञ।
अ से ज्ञ तक हिंदी वर्णमाला (Aa Se Gya Tak Hindi Alphabet)
अ से ज्ञ तक हिंदी वर्णमाला कुछ इस प्रकार है – अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अः, क, ख, ग, घ, ड़, च, छ, ज, झ, ञ, ट, ठ, ड, ढ, ण, त, थ, द, ध, न, प, फ, ब, भ,म, य, र, ल, व, श, ष, स, ह, क्ष, त्र, ज्ञ।
अ से ज्ञ तक बोलने का तरीका शब्दों के साथ
- अ से अनार
- आ से आम
- इ से इमली
- ई से ईख
- उ से उल्लू
- ऊ से ऊन
- ए से एक
- ऐ से ऐनक
- ओ से ओखली
- औ से औरत
- अं से अंगूठा
- अः से अः
क से ज्ञ तक
- क से कबूतर
- ख से खरगोश
- ग से गमला
- घ से घडी
- ङ से डमरू
- ञ
- ण
- च से चम्मच
- छ से छतरी
- ज से जग
- झ से झंडा
- ट से टमाटर
- ठ से ठग
- ड से डमरू
- ढ से ढक्कन
- त से तरबूज
- थ से थरमस
- द से दावत
- ध से धनिया
- न से नल
- प से पानी
- फ से फल
- ब से बकरी
- भ से भालू
- म से मंदिर
- य से यज्ञ
- र से रस्सी
- ल से लड्डू
- व से वन
- श से शरबत
- ष से षटकोण
- स से सूरज
- ह से हठी
- क्ष से क्षत्रिय
- ज्ञ से ज्ञानी
क से ज्ञ तक बारहखड़ी (K Se Gya Tak Barakhadi In Hindi)
क – का, कि, की, कु, कू, के, कै, को, कौ, कं, कः
ख – खा, खि, खी, खु, खू, खे, खै, खो, खौ, खं, खः
ग – गा, गि, गी, गु, गू, गे, गै, गो, गौ, गं, गः
घ – घा, घि, घी, घु, घू, घे, घै, घो, घौ, घं, घः
च – चा, चि, ची, चु, चू, चे, चै, चो, चौ, चं, चः
छ – छा, छि, छी, छु, छू, छे, छै, छो, छौ छं, छः
ज – जा, जि, जी, जु, जू, जे, जै, जो, जौ, जं, जः
झ – झा, झि, झी, झु, झू, झे, झै, झो, झौ, झं, झः
ट – टा, टि, टी, टु, टू, टे, टै, टो, टौ, टं, टः
ठ – ठा, ठि, ठी, ठु, ठू, ठे, ठै, ठो, ठौ, ठं, ठः
ड – डा, डि, डी, डु, डू, डे, डै, डो, डौ, डं, डः
ढ – ढा, ढि, ढी, ढु, ढू, ढे, ढै, ढो, ढौ, ढं, ढः
ण – णा, णि, णी, णु, णू, णे, णै, णो, णौ, णं, णः
त – ता, ति, ती, तु, तू, ते, तै, तो, तौ, तं, तः
थ – था, थि, थी, थु, थू, थे, थै, थो, थौ, थं, थः
द – दा, दि, दी, दु, दू, दे, दै, दो, दौ, दं, दः
ध – धा, धि, धी, धु, धू, धे, धै, धो, धौ, धं, धः
न – ना, नि, नी, नु, नू, ने, नै, नो, नौ, नं, नः
प – पा, पि, पी, पु, पू, पे, पै, पो, पौ, पं, पः
फ – फा, फि, फी, फु, फू, फे, फै, फो, फौ, फं, फः
ब – बा, बि, बी, बु, बू, बे, बै, बो, बौ, बं, बः
भ – भा, भि, भी, भु, भू, भे, भै, भो, भौ, भं, भः
म – मा, मि, मी, मु, मू, मे, मै, मो, मौ, मं, मः
य – या, यि, यी, यु, यू, ये, यै, यो, यौ, यं, यः
र – रा, रि, री, रु, रू, रे, रै, रो, रौ, रं, रः
ल – ला, लि, ली, लु, लू, ले, लै, लो, लौ, लं, लः
व – वा, वि, वी, वु, वू, वे, वै, वो, वौ, वं, वः
श – शा, शि, शी, शु, शू, शे, शै, शो, शौ, शं, शः
ष – षा, षि, षी, षु, षू, षे, षै, षो, षौ, षं, षः
स – सा, सि, सी, सु, सू, से, सै, सो, सौ, सं, सः
ह – हा, हि, ही, हु, हू, हे, है, हो, हौ, हं, हः
ल – ला, लि, ली, लु, लू, ले, लै, लो, लौ, लं, लः
क्ष – क्षा, क्षि, क्षी, क्षु, क्षू, क्षे, क्षै, क्षो, क्षौ, क्षं, क्षः
त्र – त्रा, त्रि, त्री, त्रु, त्रू, त्रे, त्रै, त्रो, त्रौ, त्रं, त्रः
श्र – श्रा, श्रि, श्री, श्रु, श्रू, श्रे, श्रै, श्रो, श्रौ, श्रं, श्रः
ज्ञ – ज्ञा, ज्ञि, ज्ञी, ज्ञु, ज्ञू, ज्ञे, ज्ञै, ज्ञो, ज्ञौ, ज्ञं, ज्ञः
वर्ण किस कहते है, हिंदी वर्णमाला में कितने वर्ण होते है इन हिंदी?
ध्वनियों के वे मूल और सूक्ष्म रूप जिन्हें आगे या और विभाजित नहीं किया जा सकता, अक्षर (वर्ण) कहलाते हैं। वर्ण के बोले जाने वाले रूप को ध्वनि और लिखे जाने वाले रूप को वर्ण कहते हैं। यह कहा जा सकता है कि वर्ण भाषा की सबसे छोटी इकाइयाँ हैं जिन्हें विभाजित नहीं किया जा सकता, उन्हें अक्षर (वर्ण) कहते हैं। उदाहरण के लिए – क, प, ख, च, त, थ, य आदि।
बता दे हिंदी वर्णमाला में कुल 52 वर्ण हैं। इन अक्षरों में 11 स्वर, 4 संयुक्त व्यंजन, 4 अन्तस्थ व्यंजन, 1 अनुस्वार, 4 ऊष्मव्यंजन, 25 स्पर्श व्यंजन, 2 द्वि व्यंजन और 1 विसर्ग शामिल होता हैं। बच्चों की वर्णमाला की किताब में 49 अक्षर (वर्ण ) होते हैं, लेकिन उच्च कक्षाओं की व्याकरण की किताब में वर्णमाला में 52 अक्षर शामिल होते हैं।