गाय का पेशाब के नुकसान और फायदे – गाय को हमारे समाज में पवित्र माना जाता है और हम उसका बहुत सम्मान करते हैं। इसके मूत्र में भी कई लाभकारी गुण छिपे हैं, जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। इस लेख में हम गौमूत्र के नुकसान और फायदों के बारे में विस्तार से जानेंगे। तो आइये जानते है गाय का पेशाब पीने के फायदे और नुकसान (Gomutra Peene Ke Fayde Aur Nuksan In Hindi) –
गाय का पेशाब के नुकसान और फायदे – Gomutra Ke Fayde Aur Nuksan In Hindi
आयुर्वेद में गोमूत्र को गुणकारी और लाभकारी औषधि माना गया है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। आयुर्वेदिक कारणों से गोमूत्र का सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार गोमूत्र का सेवन करने से कई शारीरिक बीमारियों से बचाव होता है और बीमारी होने पर रोग के लक्षणों को कम करने में भी मदद मिलती है और शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। गाय के मूत्र में यूरिया, पोटैशियम, विटामिन-सी आदि कई पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
फायदे –
गोमूत्र के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और शरीर को सर्दी-खांसी जैसे आम संक्रमण से भी सुरक्षा मिलती है। इसके अलावा जिन लोगों को खांसी की समस्या है, उन्हें रोजाना सुबह आधा कप ताजा गोमूत्र का सेवन करना चाहिए। यह पुरानी खांसी की समस्या से निजात दिलाने में मदद करता है।
सर्दियों में जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए 1 ग्राम सोंठ के चूर्ण के साथ गोमूत्र का सेवन करना फायदेमंद होता है। इसके अलावा जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए प्रभावित हिस्से पर गोमूत्र लगाने से भी दर्द में राहत मिलती है।
कैंसर के लक्षणों को कम करने के लिए गोमूत्र का सेवन फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, एक शोध के अनुसार गोमूत्र में कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो गले के कैंसर, स्तन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर को रोकने में मदद करते हैं। कैंसर से पीड़ित व्यक्ति अगर शुरुआती लक्षणों में 2 से 3 महीने तक नियमित रूप से गोमूत्र का सेवन करता है, तो इससे कैंसर के लक्षणों को तेजी से कम करने में मदद मिलती है।
पेट की समस्याओं से निजात पाने के लिए गोमूत्र का सेवन औषधि की तरह काम करता है। रोजाना सुबह खाली पेट गोमूत्र में नींबू का रस और काला नमक मिलाकर पीने से पेट की सभी समस्याएं जल्द ही दूर हो जाती हैं।
आंखों से पानी आना, आंखें लाल होना, रेटिनल रोग और आंखों में खुजली जैसी सभी आंखों की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए गोमूत्र औषधि की तरह काम करता है। इसके लिए आपको गोमूत्र की एक से दो बूंद आंखों में डालनी है, इससे आंखों की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
गोमूत्र का सेवन आपको वजन कम करने में मदद करता है। दरअसल, गोमूत्र में डाइजेस्टिव एंजाइम पाए जाते हैं, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाकर वजन कम करने में मदद करते हैं। वजन कम करने के लिए एक गिलास पानी में गोमूत्र की कुछ बूंदें, 2 चम्मच शहद और थोड़ा सा ताजा नींबू का रस मिलाकर पिएं, इससे वजन कम करने में मदद मिलती है।
गोमूत्र से कुल्ला करने से दांत दर्द और पायरिया से राहत मिलती है। इसके अलावा गोमूत्र में एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं, जो घाव भरने में मददगार होते हैं। घाव भरने के लिए आप एंटीसेप्टिक क्रीम की जगह गोमूत्र का इस्तेमाल कर सकते हैं।
गोमूत्र का इस्तेमाल बालों की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। इसके लिए बालों पर गोमूत्र लगाएं और थोड़ी देर सूखने दें, इसके बाद बालों को अच्छे से धो लें, ऐसा करने से बाल खूबसूरत, मुलायम और चमकदार बनेंगे, साथ ही बालों का झड़ना भी बंद हो जाएगा।
गौमूत्र का सेवन मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा होता है। एक पशु अध्ययन के अनुसार, गोमूत्र में मधुमेह रोधी प्रभाव पाया जाता है, जो रक्त में मौजूद शर्करा के स्तर को कम करने, उसे सामान्य रखने और मधुमेह को रोकने में सहायक होता है।
गौमूत्र का सेवन मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। यह तनाव के स्तर को कम करता है और मन और आत्मा को शांत रखता है। इसके अलावा जिन लोगों को किडनी की समस्या है, उन्हें रोजाना सुबह खाली पेट आधा कप देशी गाय के मूत्र का सेवन करना चाहिए, ऐसा करने से किडनी ठीक हो जाएगी।
अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए भी गोमूत्र का सेवन फायदेमंद होता है। नियमित रूप से रोजाना सुबह ताजा गोमूत्र का सेवन करने से अस्थमा के लक्षण कम हो सकते हैं।
गौमूत्र को चेहरे पर लगाने से मुंहासों से छुटकारा मिलता है। गोमूत्र त्वचा पर दाग-धब्बों और खासकर कुष्ठ रोग के कारण होने वाले दाग-धब्बों को दूर करने में भी औषधि का काम करता है। इसके अलावा यह त्वचा पर होने वाली खुजली को भी दूर करता है।
फैटी लिवर की समस्या आज के समय में बहुत आम हो गई है। गाय के मूत्र में क्लींजिंग कम्पाउंड भी होते हैं जो लिवर को डिटॉक्स करते हैं। आयुर्वेद में फैटी लिवर के मरीजों का भी गोमूत्र से इलाज किया जाता है।
गोमूत्र के उपयोग से अपनी त्वचा की देखभाल की जा सकती है। आयुर्वेद के अनुसार गोमूत्र का उपयोग मुंहासे व अन्य त्वचा रोगों को ठीक करने के लिए किया जा सकता है। दाद और खुजली जैसी त्वचा संबंधी बीमारियों में भी गोमूत्र का इस्तेमाल किया जा सकता है।
आयुर्वेद के अनुसार गोमूत्र से मोटापा कम किया जा सकता है। गोमूत्र में ऐसे विटामिन होते हैं जो वजन घटाने में मदद करते हैं। गोमूत्र पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और वजन घटाने में सहायता करता है।
नुकसान –
अगर आप गोमूत्र का अत्यधिक सेवन करते हैं, तो यह आपकी किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है। इसका अधिक सेवन करने से किडनी संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
किसी भी तरह के गोमूत्र का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। वह आपके स्वास्थ्य के स्तर के आधार पर आपको सही मात्रा और तरीका बताएगा।
एक घंटे से अधिक गाय के मूत्र को नहीं रखना चाहिए। 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को गोमूत्र का सेवन नहीं करना चाहिए।
जो पुरुष बांझपन से पीड़ित है, उसे गोमूत्र का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
गाय के मूत्र की प्रकृति गर्म होती है, इसलिए इसका इस्तेमाल कम मात्रा में करना चाहिए।
अगर आप कोई विशेष प्रकार की दवा ले रहे हैं, तो गोमूत्र का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
निष्कर्ष (Conclusion)
गोमूत्र के लाभकारी तत्व हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, लेकिन इनका सेवन सही मात्रा में करना जरूरी है। हमें इसके फायदे और नुकसान को समझकर सतर्क रहना चाहिए और नियमित रूप से डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। हमारे पालन-पोषण और संरक्षण के लिए गाय का सम्मान करना बेहद जरूरी है।