Bharat Ke Shiksha Mantri Kaun Hai 2024 – किसी भी देश के विकास में शिक्षा की अहम भूमिका होती है। भारत में शिक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्रियों ने भारत की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हमारे पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अब्दुल कलाम आज़ाद से लेकर भारत के अब तक के शिक्षा मंत्री ने इस देश को शिक्षा का प्रमुख केंद्र बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। भारत में शिक्षा मंत्री और कार्यकाल से जुड़े सवाल परीक्षाओं और इंटरव्यू में पूछे जाते हैं, इसलिए यहाँ भारत के शिक्षा मंत्रियों की सूची दी गई है। तो आइये जानते है भारत के वर्तमान शिक्षा मंत्री कौन है और कब बने (Bharat Ke Vartman Shiksha Mantri Kaun Hai In Hindi Mein) –
भारत के शिक्षा मंत्री कौन है और कब बने 2024 (Bharat Ke Shiksha Mantri Kaun Hai In Hindi Mein 2024)
वर्तमान समय में भारत के शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) है। वर्तमान शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को 3 सितंबर 2017 को कैबिनेट मंत्री के रूप में पदोन्नत किया गया था। इससे पहले वे बिहार और मध्य प्रदेश से दो बार सांसद भी रह चुके हैं।
भारत के वर्तमान शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान हैं, पहले गैस पेट्रोलियम मंत्री थे। 7 जुलाई 2021 को धर्मेंद्र प्रधान ने शिक्षा मंत्री के रूप में शपथ ली। एक इंडियन पॉलिटिशियन होने के साथ धर्मेंद्र प्रधान भारत सरकार में शिक्षा मंत्री व कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री के तौर पर कार्यरत हैं।
प्रधान को 3 सितंबर 2017 को कैबिनेट मंत्री नामित किया गया था और अब वे राज्यसभा में मध्य प्रदेश से सांसद हैं। उन्होंने पहले 14वीं लोकसभा में एक बार बिहार से और एक बार मध्य प्रदेश से सेवा की। वे तालचेर कॉलेज में उच्चतर माध्यमिक छात्र के रूप में ABVP के कार्यकर्ता बने और अंततः तालचेर कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष बने। प्रधान ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1983 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्य के रूप में की थी।
भारत के शिक्षा मंत्री 1947 से लेकर अब तक (Bharat Ke Shiksha Mantri Ki List In Hindi)
- मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (15 अगस्त 1947 – 22 जनवरी 1958)
- डॉ. के. एल. श्रीमली (22 जनवरी 1958 – 31 अगस्त 1963)
- हुमायूं कबीर (01 सितम्बर 1963 – 21 नवम्बर 1963)
- एम. सी. सी. छागला (21 नवम्बर 1963 – 13 नवम्बर 1966)
- फखरुद्दीन अली अहमद (14 नवम्बर 1966 – 13 मार्च 1967)
- डॉ. त्रिगुण सेन (16 मार्च 1967 – 14 फरवरी 1969)
- डा. वी. के आर. वी. राव (14 फरवरी 1969 – 18 मार्च 1971)
- सिद्धार्थ शंकर रे (18 मार्च 1975 – 20 मार्च 1972)
- प्रो. एस. नूरुल हसन (24 मार्च 1972 – 24 मार्च 1977)
- प्रो. प्रताप चंद्र चंदर (26 मार्च 1977 – 28 जुलाई 1979)
- डॉ. करन सिंह (30 जुलाई 1979 – 14 जनवरी 1980)
- बी. शंकरंद (14 जनवरी 1980 – 17 अक्टूबर 1980)
- एस.बी. चव्हाण (17 अक्टूबर 1980 – 08 अगस्त 1981)
- शीला कौल (10 अगस्त 1981 – 31 दिसम्बर 1984)
- के.सी. पंत (31 दिसम्बर 1984 – 25 सितम्बर 1985)
- पी. वी. नरसिंह राव (25 सितम्बर 1985 – 25 जून 1988)
- पी. वी. नरसिंह राव (25 दिसम्बर 1994 – 09 फरवरी 1995)
- पी. वी. नरसिंह राव (17 जनवरी 1996 – 16 मई 1996)
- पी. शिव शंकर 25 जून 1988 – 02 दिसम्बर 1989)
- वी.पी. सिंह (02 दिसम्बर 1989 – 10 नवम्बर 1990)
- राजमंगल पांडे (21 नवम्बर 1990 – 21 जून 1991)
- अर्जुन सिंह (23 जून 1991 – 24 दिसम्बर 1994)
- अर्जुन सिंह (22 मई 2004 – 22 मई 2009)
- माधवराव सिंधिया (10 फरवरी 1995 – 17 जनवरी 1996)
- अटल बिहारी वाजपेयी (16 मई 1996 – 01 जून 1996)
- एस. आर. बोम्मई (05 जून 1996 – 19 मार्च 1998)
- डॉ. मुरली मनोहर जोशी (19 मार्च 1998 – 21 मई 2004)
- श्री कपिल सिब्बल (22 मई 2009 – 28 अक्टूबर 2012)
- एम.एम. पल्लम राजू (29 अक्टूबर 2012 – 25 मई 2014)
- स्मृति ईरानी (26 मई 2014 – 05 जुलाई 2016)
- प्रकाश जावडेकर (05 जुलाई 2016 – 30 मई 2019)
- रमेश पोखरियाल (30 मई 2019 – 07 जुलाई 2021)
- धर्मेंद्र प्रधान (07 जुलाई 2021 – अब तक)
शिक्षा मंत्री बनने के लिए योग्यता –
शिक्षा मंत्री बनने के लिए आपके पास भारतीय नागरिकता होनी चाहिए साथ ही आपके पास लोकसभा या राज्यसभा की सदस्यता होनी चाहिए। हालांकि, यह अनिवार्य नहीं है कि कोई भी मंत्री बनने के लिए आपके पास कोई डिग्री होनी चाहिए।
शिक्षा मंत्री का काम –
भारत के शिक्षा मंत्रियों की सूची जानने के साथ-साथ यह समझना है कि भारत में शिक्षा मंत्री की अहम भूमिका होती है। यहां हम शिक्षा मंत्री के काम को बिंदुओं में जानेंगे –
- शिक्षा मंत्री शिक्षा नीति के तहत शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए दिशा-निर्देश देते हैं।
- शिक्षा मंत्री शिक्षा मंत्रालय में अहम भूमिका निभाते हैं क्योंकि वह देश की आबादी की जरूरतों के हिसाब से मंत्रालय में दूसरों के साथ मिलकर योजना बनाते हैं।
- लोगों की जरूरतों के हिसाब से कार्यक्रम और योजनाएं शुरू करके सभी को बेहतरीन शिक्षा और संसाधन मुहैया कराना।
- शिक्षा के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना।
FAQs
भारत के वर्तमान समय के शिक्षा मंत्री कौन हैं?
भारत के वर्तमान समय के शिक्षा मंत्री का नाम धर्मेंद्र प्रधान हैं।
भारत के पहले शिक्षा मंत्री कौन थे?
भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना आज़ाद थे।
भारत में शिक्षा मंत्री का कार्यकाल कितने वर्षों का होता है?
भारत में शिक्षा मंत्री का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है।