प्राइवेट कॉलेज में B.ED की फीस कितनी है (BED Ki Fees Kitni Hai) – शिक्षक बनने का सपना देखने वाले छात्र अगर बी.एड करने की सोच रहे हैं तो उन्हें बी.एड की फीस के बारे में जानकारी जरूर प्राप्त कर लेनी चाहिए। टीचिंग लाइन में करियर बनाने वाले छात्रों के लिए बी.एड कोर्स करना प्राथमिक तौर पर अनिवार्य माना जाता है। इसके बाद ही छात्र टीचिंग लाइन में अपना करियर शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा बी.एड कोर्स करने का एक फायदा यह भी है कि छात्रों को सरकारी दफ्तर में नौकरी मिलने की संभावना ज्यादा रहती है, इसलिए छात्र बी.एड कोर्स करना उचित समझते हैं।
बी.एड कोर्स करने के लिए देशभर में कई निजी और सरकारी कॉलेज उपलब्ध हैं जहां से आप बी.एड कोर्स की पढ़ाई करके शिक्षक बनने के योग्य बन सकते हैं, लेकिन जैसा कि आपका सवाल है कि बी.एड की फीस कितनी है? तो इस बारे में हम सरकारी और निजी कॉलेजों में बी.एड की फीस के बारे में बात करेंगे, तो चलिए विस्तार से जानते हैं कि बी.एड की फीस कितनी है?
प्राइवेट कॉलेज में B.ED की फीस कितनी है – गवर्नमेंट कॉलेज में B.ED की फीस कितनी होती है (BED Ki Fees Kitni Hai In Hindi Mein)
बीएड का मतलब बैचलर ऑफ एजुकेशन है जो 2 साल का बैचलर डिग्री कोर्स है। इस कोर्स के दौरान छात्रों को शिक्षक बनने की ट्रेनिंग दी जाती है। अगर कोई उम्मीदवार प्राइमरी या प्राइवेट स्कूल में शिक्षक बनना चाहता है तो उसके लिए यह कोर्स करना मुख्य रूप से अनिवार्य है, क्योंकि अगर आपने B.बीएड कोर्स नहीं किया है तो आप किसी भी शिक्षक की परीक्षा में बैठने के योग्य नहीं हैं।
अगर आपने अपनी ग्रेजुएशन पूरी कर ली है और उसके बाद बी.एड कोर्स करके शिक्षक बनना चाहते हैं और छात्रों को शिक्षा प्रदान करना चाहते हैं, तो यह आपके करियर के लिए बहुत अच्छा विकल्प है। लेकिन कुछ छात्र ऐसे भी हैं जो बी.एड कोर्स करना चाहते हैं लेकिन उन्हें इसके बारे में पता नहीं है कि बी.एड की फीस कितनी है?
देखा जाए तो बी.एड कोर्स की फीस अलग-अलग कॉलेज और यूनिवर्सिटी पर निर्भर करती है, लेकिन यहां हम आपको सरकारी और प्राइवेट कॉलेज में बी.एड कोर्स की फीस के बारे में बताने जा रहे हैं, ताकि आप बी.एड कोर्स करने के लिए अपनी पसंद के अनुसार कॉलेज का चयन कर सकें।
- निजी कॉलेज की फीस लगभग – ₹40000 (लगभग) से ₹1.5 लाख
- सरकारी कॉलेज की फीस लगभग – ₹10000 (लगभग) से ₹50000
बीएड के बारे में (Details About BED In Hindi)
बी.एड कोर्स करने के लिए आपको बी.एड कोर्स कराने वाले संस्थान में एडमिशन लेना होगा और लगभग सभी तरह के संस्थानों में पात्रता मानदंड तय होते हैं। इन मानदंडों को पूरा करने के बाद ही आप उन संस्थानों में बी.एड कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
बी.एड कोर्स के लिए पात्रता इस प्रकार तय की गई है, जो भी व्यक्ति भविष्य में बी.एड करना चाहता है, उसे सबसे पहले किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं पास होना जरूरी है। उसके बाद उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करना जरूरी है।
ध्यान रहे कि सामान्य वर्ग में आने वाले उम्मीदवारों को बी.एड कोर्स करने के लिए ग्रेजुएशन में न्यूनतम 50% और अनुसूचित जाति और जनजाति के उम्मीदवारों को ग्रेजुएशन में 45% अंक होने चाहिए।
जिन उम्मीदवारों ने ग्रेजुएशन में विज्ञान या गणित जैसे विषयों के साथ इंजीनियरिंग की डिग्री या समकक्ष डिग्री हासिल की है, उनके ग्रेजुएशन में कम से कम 55% अंक होने चाहिए।
बी.एड. के बाद करियर –
बी.एड. कोर्स करने के बाद कई लोग संबंधित विषय में अधिक ज्ञान प्राप्त करने के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन करते हैं।
इसके अलावा भी आपके पास कई विकल्प हैं। बी.एड. कोर्स करने के बाद आप चाहें तो किसी भी प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
बी.एड. कोर्स पूरा करने के बाद आप सरकारी शिक्षक बनने के लिए सरकारी परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। सरकारी शिक्षक बनने के लिए दो तरह की परीक्षा आयोजित की जाती है। राज्य स्तर पर टीईटी और केंद्रीय स्तर पर सीटीईटी परीक्षा होती है, जिसके माध्यम से उम्मीदवार टीजीटी या पीजीटी शिक्षक बन सकते हैं।
बी.एड. कोर्स करने के बाद उम्मीदवार स्कूल शिक्षक, प्रिंसिपल, प्राइवेट शिक्षक, वाइस प्रिंसिपल शिक्षा प्रशिक्षक, शैक्षिक सलाहकार जैसे कई पदों पर काम कर सकता है।
बी.एड. करने के बाद मिलने वाली सैलरी –
इसमें कोई भी व्यक्ति करियर सिर्फ पैसे कमाने के लिए बनाता है। वह ज्यादातर ऐसा करियर चुनना चाहते हैं जिसमें उन्हें अच्छी सैलरी मिले। बी.एड कोर्स करने के बाद उन्हें कितनी सैलरी मिलेगी, यह सवाल ज्यादातर लोगों के मन में रहता है। कई लोग सैलरी जानने के बाद इस कोर्स को चुनते हैं।
बी.एड कोर्स करने के बाद आपको उस पद के आधार पर सैलरी मिलती है जिस पर आप काम कर रहे हैं। अगर आप किसी प्राइवेट स्कूल या कॉलेज में पढ़ा रहे हैं तो शुरुआत में आपकी सैलरी कम हो सकती है, लेकिन धीरे-धीरे यह सैलरी बढ़ती रहेगी।
वहीं अगर आप राज्य स्तर पर सरकारी शिक्षक हैं तो आपको ₹30000 से ₹45000 प्रतिमाह सैलरी मिलती है और केंद्रीय स्तर पर सरकारी शिक्षकों को इससे भी ज्यादा सैलरी मिलती है।