BED Ka Full Form Kya Hai In Hindi – अगर आप टीचिंग के क्षेत्र में करियर के अपने सपने को पूरा करना चाहते हैं, तो आप बी.एड कोर्स की ओर जा सकते हैं। यह प्रोफेशनल ग्रेजुएशन डिग्री प्रोग्राम है जो छात्रों को शिक्षक के तौर पर करियर बनाने में मदद करता है।
यह कोर्स आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस स्ट्रीम के छात्र कर सकते हैं। आपको बता दें कि भारत में इस कोर्स को प्रोफेशनल डिग्री माना जाता है। इस कोर्स को करने के बाद आपको शिक्षा और शिक्षण की दुनिया में प्रवेश करने के लिए कई विकल्प मिलेंगे। तो आइये जानते है बीएड क्या है, बीएड का फुल फॉर्म क्या है (Full Form Of BED In Hindi) –
बीएड का फुल फॉर्म क्या है (BED Full Form In Hindi) – BED Ka Full Form Kya Hai In Hindi
बीएड का फुल फॉर्म – बैचलर ऑफ एजुकेशन (Bachelor Of Education) है, जिसे हिंदी में शिक्षा स्नातक कहा जाता है।
बीएड क्या है (BED Kya Hai In Hindi) – What Is BED In Hindi
बी.एड कोर्स जिसका फुल फॉर्म “बैचलर ऑफ एजुकेशन” है। यह एक पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स है जिसमें छात्रों को शिक्षक के रूप में तैयार किया जाता है ताकि वे स्कूल में छात्रों को शिक्षा प्रदान कर सकें। यह एक ऐसा कोर्स है जिसके लिए आप आसानी से आवेदन कर सकते हैं (बी.एड कोर्स)। इस कोर्स की अवधि दो साल है यानी यह कोर्स दो साल में पूरा होता है। आप यह कोर्स तभी कर सकते हैं जब आपकी ग्रेजुएशन पूरी हो जाए।
बैचलर ऑफ एजुकेशन कार्यक्रम, जिसे आमतौर पर बी.एड के रूप में जाना जाता है, एक पेशेवर पाठ्यक्रम है जो उच्च प्राथमिक या मध्य स्तर (कक्षा 6-8), माध्यमिक स्तर (कक्षा 9-10) और वरिष्ठ माध्यमिक स्तर (कक्षा 11-12) के लिए शिक्षकों को तैयार करता है।
शिक्षा के महत्व को समझते हुए भारत में शिक्षण कार्य करने के लिए एक विशेष डिग्री प्राप्त करनी होती है जिसे बी.एड. कहा जाता है। अगर आप सरकारी स्कूल में शिक्षक बनना चाहते हैं तो आपके पास बी.एड. की डिग्री होनी चाहिए।
आपको बता दें कि सरकार ने घोषणा की है कि चाहे सरकारी शिक्षक हो या निजी शिक्षक, सभी के पास बी.एड. की डिग्री होनी चाहिए। बी.एड. डिवीजन उन लोगों के लिए बी.एड. कार्यक्रम आयोजित करता है जो स्कूल शिक्षक बनने की इच्छा रखते हैं और जो पहले से ही जीएनसीटी, एनडीएमसी और दिल्ली छावनी बोर्ड के स्कूलों में सहायक शिक्षक के रूप में काम कर रहे हैं और पदोन्नत होकर उच्च प्राथमिक, माध्यमिक या वरिष्ठ माध्यमिक स्तर पर पढ़ाना चाहते हैं।
बी.एड. कार्यक्रम की अवधि —
बी.एड. 2 साल का स्नातक पाठ्यक्रम है। यह चार सेमेस्टर पर आधारित दो साल का नियमित (पूर्णकालिक) कार्यक्रम है। बी.एड. करने के लिए आपको शिक्षा, संस्कृति और मानव मूल्य, शैक्षिक मनोविज्ञान, शैक्षिक मूल्यांकन, शैक्षिक दर्शन आदि विषयों पर ध्यान केंद्रित करना होगा। अगर आप बी.एड. करते हैं, तो आप शिक्षण कार्य करने के लिए तैयार हैं। अगर आपने बी.एड. नहीं किया है, तो आप शिक्षक के रूप में काम नहीं कर सकते।
बी.एड. के लिए योग्यता —
बी.एड. में प्रवेश के लिए आवश्यक न्यूनतम योग्यता बैचलर ऑफ आर्ट्स (बीए), बैचलर ऑफ साइंस (बीएससी) या बैचलर ऑफ कॉमर्स (बीकॉम) और अन्य स्नातक है, जो किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड/विश्वविद्यालय से कम से कम 50% अंकों के साथ किया गया हो।
बी.एड. कैसे करें?
सबसे पहले उम्मीदवारों के दिमाग में यही आता है कि बी.एड. कैसे करें? तो हम आपको बताते हैं कि बी.एड. करने के लिए सबसे पहले आपको बी.एड. प्रवेश परीक्षा देनी होगी। उसके बाद काउंसलिंग में अभ्यर्थी को उसकी रैंक के हिसाब से कॉलेज मिलते हैं।बी.एड.करने के लिए कई निजी और सरकारी कॉलेज हैं।
सरकारी मान्यता प्राप्त कॉलेज से बीएड करें। अगर आप बीएड करना चाहते हैं तो सरकारी कॉलेज से ही करें क्योंकि इससे आपका पैसा भी बचेगा। ये परीक्षाएं आमतौर पर जून-जुलाई के महीने में आयोजित की जाती हैं, और इसमें अंग्रेजी, सामान्य ज्ञान, प्रयोग, बुनियादी अंकगणितीय शिक्षण क्षमता और कुछ राज्यों में स्थानीय भाषा के बारे में प्रश्न शामिल होते हैं। इन परीक्षाओं के परिणाम आमतौर पर जुलाई/अगस्त तक आते हैं।
बी.एड करने के बाद क्या होता है?
शिक्षा के महत्व को समझते हुए भारत में शैक्षणिक कार्य करने के लिए एक विशेष डिग्री प्राप्त करनी होती है जिसे बी.एड. कहते हैं। अगर आप सरकारी स्कूल में शिक्षक बनना चाहते हैं तो आपके पास बी.एड. की डिग्री होनी चाहिए।
हम आपको बताना चाहेंगे कि सरकार ने घोषणा की है कि चाहे सरकारी शिक्षक हो या निजी शिक्षक, सभी के पास बी.एड. की डिग्री होनी चाहिए। बी.एड. 2 साल का ग्रेजुएशन कोर्स है। बी.एड. करने के लिए आपको शिक्षा, संस्कृति और मानव मूल्य, शैक्षिक मनोविज्ञान, शैक्षिक मूल्यांकन दर्शन शिक्षा आदि विषयों पर ध्यान केंद्रित करना होगा। अगर आप बी.एड. कर लेते हैं तो आप शैक्षणिक कार्य करने के लिए तैयार हैं।