पतंजलि मुंह खोलने की दवा और मुंह खोलने का घरेलू उपचार – मुंह कम खुलने की समस्या सबसे ज्यादा उन लोगों को होती है जो हर समय गुटखा या पान मसाला चबाते रहते हैं। अगर आप भी गुटखा या पान मसाला खाने के आदी हैं तो इसे आज ही छोड़ दें क्योंकि इसकी वजह से आपको अल्सर, मुंह न खुल पाना या मुंह बहुत कम खुलने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
दरअसल, गुटखा या पान मसाला में निकोटीन, कैफीन और अन्य रसायन होते हैं, जिनका सेवन करने से आपके मुंह के ऊतकों को नुकसान पहुंचता है। जिसकी वजह से मुंह के अंदर की मांसपेशियां सख्त और सख्त हो जाती हैं, जिसकी वजह से आपको मुंह खोलने में परेशानी होती है।
आज की इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि मुंह खोलने के लिए पतंजलि की कौन-कौन सी दवाइयां हैं। तो इस महत्वपूर्ण जानकारी को पाने के लिए इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें।
पतंजलि मुंह खोलने की दवा – Patanjali Muh Kholne Ki Dawa In Hindi
पतंजलि भारत की नंबर वन आयुर्वेदिक कंपनी है जिसके संस्थापक योग गुरु बाबा रामदेव जी हैं। पतंजलि सभी प्रकार की आयुर्वेदिक दवाइयां बनाती है। अगर आप भी मुंह न खोल पाने या बहुत कम मुंह खोलने की समस्या से जूझ रहे हैं तो इससे निजात पाने के लिए आप पतंजलि की आयुर्वेदिक दवाइयों की मदद ले सकते हैं। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि मुंह खोलने के लिए पतंजलि की कौन सी दवाइयां हैं –
(1) पतंजलि खादिरादि वटी
पतंजलि खादिरादि वटी एक गुणकारी औषधि मानी जाती है जिसका उपयोग मुंह के विकारों को ठीक करने के लिए किया जाता है। अगर आपके मुंह में छाले हैं या खटका खाने की वजह से मुंह खोलने में परेशानी हो रही है तो यह दवा आपके लिए रामबाण साबित हो सकती है।
पतंजलि खादिरादि वटी में खादिर, काली मिर्च, लौंग, अदरक, हरड़ जैसी प्राकृतिक जड़ी-बूटियां शामिल हैं। जो मुंह के छालों, सूजन, दर्द और मुंह की मांसपेशियों को स्वस्थ बनाती हैं। जिससे मुंह न खुलने या मुंह के कम खुलने की समस्या दूर होती है।
पतंजलि खादिरादि वटी गोली के रूप में आती है। इसका सेवन करने के लिए खादिरादि वटी की गोली को मुंह में रखकर चूसना चाहिए। आप इसकी 1-2 गोली दिन में दो बार खा सकते हैं।
(2) पतंजलि दिव्य मुलेठी क्वाथ
पतंजलि मुलेठी क्वाथ का उपयोग मुंह की चिपचिपाहट को खोलने और मुंह के छालों को दूर करने के लिए किया जा सकता है। पतंजलि मुलेठी क्वाथ में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो मुंह के छालों, सूजन को ठीक करने में मदद करते हैं और मुंह के अंदर की मांसपेशियों को भी मजबूत करते हैं।
पतंजलि मुलेठी क्वाथ काढ़े के रूप में आता है। इसका सेवन करने के लिए एक कप पानी में 2 चम्मच पतंजलि मुलेठी क्वाथ मिलाकर अच्छी तरह उबालें। थोड़ी देर बाद इस मिश्रण को ठंडा कर लें। अब इस मिश्रण से दिन में दो-तीन बार कुल्ला करें।
मुंह खोलने का घरेलू उपचार – Muh Kholne Ka Gharelu Upchar
मुंह न खोल पाने की समस्या को ट्रिस्मस कहते हैं। ट्रिस्मस होने पर पीड़ित को मुंह खोलने, खाना खाने और खाना चबाने में दिक्कत होती है। यह एक दर्दनाक स्थिति है, जिसके कारण दाढ़ों में सूजन, दर्द और मांसपेशियों में संकुचन होता है।
आमतौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति का मुंह 35 मिलीमीटर से ज्यादा खुल सकता है। लेकिन ट्रिस्मस की समस्या होने पर प्रभावित व्यक्ति का मुंह 35 मिलीमीटर से कम खुलता है। अगर मुंह न खोल पाने की समस्या का समय रहते इलाज न किया जाए तो यह समस्या प्रभावित व्यक्ति के लिए स्थायी भी हो सकती है। अगर यह समस्या आपके साथ भी है तो आप कुछ घरेलू उपाय कर सकते हैं।
(1) गर्म पानी से कुल्ला करें
मुंह पूरी तरह से न खुलने की समस्या को दूर करने के लिए आप गुनगुने पानी से कुल्ला कर सकते हैं। गुनगुने पानी से कुल्ला करने से मुंह की सूजन, दर्द और मांसपेशियों को आराम मिलता है। आप इस प्रक्रिया को दिन में दो या तीन बार कर सकते हैं।
(2) मुंह को दाएं और बाएं घुमाएं
मुंह की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए आप मुंह को दाएं और बाएं घुमाने का व्यायाम कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले अपने होठों को गोल या “O” आकार में बनाने की कोशिश करें। जितना हो सके मुंह को खोलने की कोशिश करें।
इसके बाद मुंह को दाएं-बाएं दिशा में घुमाएं ताकि मांसपेशियां खुल जाएं। हर स्थिति में करीब 5 से 10 सेकंड तक रहें, इसके बाद सामान्य स्थिति में लौट आएं। इस प्रक्रिया को बार-बार दोहराएं।
(3) हीट थेरेपी का सहारा लें
मुंह खुलने की समस्या से निजात पाने के लिए आप हीट थेरेपी का सहारा ले सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले एक कपड़े को हल्का गर्म करें और फिर उसे अपने जबड़े के पास ले जाकर लगाएं। आप इस प्रक्रिया को हर घंटे 10 मिनट तक कर सकते हैं। जब मुंह का दर्द और सूजन कम महसूस हो तो मुंह खोलने की कोशिश करें।
निष्कर्ष (Conclusion)
इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि पतंजलि की मुंह खोलने की दवा कौन-कौन सी हैं। मुंह न खुल पाना एक गंभीर समस्या है, जिसके कारण पीड़ित को बोलने, खाने और खाना चबाने में दिक्कत होती है। मुंह न खुल पाने की समस्या सबसे ज्यादा उन लोगों को होती है जो दिन-रात गुटखा और पान मसाला खाते हैं।
मुंह न खुल पाने की समस्या कभी-कभी थोड़े समय के लिए होती है और जल्दी ठीक भी हो जाती है। लेकिन कुछ मामलों में यह समस्या स्थायी भी हो जाती है। अगर आपको भी मुंह न खुल पाने की समस्या है तो डॉक्टर से सलाह लेकर मुंह खोलने की पतंजलि दवा ले सकते हैं।