मलद्वार में जलन की दवा पतंजलि – आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग गलत खान-पान और अनियमित दिनचर्या का पालन करते हैं, जिसके कारण कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक है मलद्वार में जलन होना।
मलद्वार में जलन होने के कारण व्यक्ति को शौच करते समय काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह समस्या महिला और पुरुष दोनों को हो सकती है।
अगर आप भी मलद्वार में जलन – दर्द से काफी परेशान रह रह हैं तो इससे राहत के लिए पतंजलि मलद्वार जलन दवा का इस्तेमाल किया जा सकता हैं। आज की इस पोस्ट में हम आपको मलद्वार में जलन का इलाज करने के लिए पतंजलि की आयुर्वेदिक औषधियों के बारे में जानकारी देंगे।
मलद्वार में जलन की दवा पतंजलि (Maldwar Me Jalan Ki Dawa Patanjali In Hindi)
तंजलि हमारी नंबर वन आयुर्वेदिक कंपनी है जिसके डायरेक्टर योग गुरु स्वामी रामदेव जी हैं। पतंजलि कंपनी सभी तरह की आयुर्वेदिक दवाइयां बनाती है। ऐसे में अगर आपके मलद्वार में जलन हो रही है तो आप पतंजलि दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं।
पतंजलि दवा पूरी तरह से आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से बनी है, जिसके इस्तेमाल से कोई साइड-इफेक्ट नहीं होता या बहुत कम साइड-इफेक्ट होता है।
यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि मलद्वार में जलन के लिए पतंजलि की कौन-कौन सी दवाइयां हैं
(1) दिव्य अर्शकल्प वटी (Patanjali Divya Arshkalp Vati)
पतंजलि दिव्य अर्शकल्प वटी का इस्तेमाल मलद्वार में जलन से राहत पाने के लिए किया जा सकता है। इस दवा में रसोत शुद्ध, हरड़, बकयन, निमोली, रीठा, देसी कपूर, मकोय, घृतकुमारी जैसे प्राकृतिक तत्व शामिल हैं।
जो मलद्वार में जलन, सूजन और दर्द को ठीक करने में मदद करते हैं। अर्शकल्प वटी में रेचक गुण भी मौजूद होते हैं जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
(2) दिव्य अभ्यारिष्ट (Patanjali Divya Abhyaristh)
अगर आप मलद्वार में जलन और दर्द की समस्या से परेशान हैं, तो आप मलद्वार में जलन की दवा पतंजलि दिव्य अभ्यारिष्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह एक कारगर दवा है जो बवासीर और भगन्दर के उपचार के साथ-साथ पाचन क्रिया को भी दुरुस्त करती है।
इस दवा में हरड़, मुनक्का, महुआ, वैविडंग, गुड़, गोखरू, निसोठ, धनिया, धायफूल, इन्द्रायणमूल, चव्य, सोंठ, दंतीमूल, मोचरस जैसे प्राकृतिक तत्व शामिल हैं। ये सभी तत्व मलद्वार में जलन और दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
(3) दिव्य त्रिफला गुग्गुल (Patanjali Divya Triphala Guggul)
दिव्य त्रिफला गुग्गुल पाचन क्रिया को दुरुस्त करने के साथ-साथ मलद्वार में जलन को कम करने में मदद करता है। इसमें हरड़, बहेड़ा और अन्य प्राकृतिक तत्वों के साथ-साथ शुद्ध गुग्गुल पाउडर शामिल है।
दिव्य त्रिफला गुग्गुल एक सुरक्षित और कारगर औषधि मानी जाती है, जिसके सेवन से फिस्टुला, मलद्वार में सूजन, बवासीर जैसी बीमारियों से राहत मिलती है।
(4) इसबगोल भूसी (Patanjali Isabgol Bhusi)
इसबगोल की भूसी एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसे साइलियम के नाम से भी जाना जाता है। इसमें उच्च मात्रा में फाइबर होता है जो कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है। साथ ही इसमें मौजूद रेचक गुण मल त्याग की प्रक्रिया को आसान बनाते हैं। इसबगोल की भूसी को दिन में दो बार 5-10 ग्राम पानी, दूध या जूस के साथ लेने की सलाह दी जाती है।
(5) दिव्य हरीतकी चूर्ण (Patanjali Divya Haritaki Churna)
दिव्य हरीतकी चूर्ण को मलद्वार में जलन की दवा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस चूर्ण को बनाने में मुख्य रूप से हरीतकी का इस्तेमाल किया जाता है, जो आपके पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है। यह औषधि बवासीर, कब्ज से राहत दिलाती है और शरीर से कई तरह के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद करती है।
निष्कर्ष (Conclusion)
इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि पतंजलि द्वारा मलद्वार में जलन की कौन-कौन सी दवाइयां उपलब्ध हैं। मलद्वार में जलन होने के पीछे बवासीर, कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं, इसके अतिरिक्त और भी कई वजह हो सकती हैं।
मलद्वारमें जलन की समस्या होने पर तुरंत इसका इलाज करवाना चाहिए अन्यथा आपको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपको भी मलद्वार में जलन और दर्द की समस्या हो रही है तो आप पतंजलि आयुर्वेदिक दवाइयों की मदद ले सकते हैं।
अस्वीकरण – इस पोस्ट में दी गई जानकारी और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। इसलिए यहां बताई गई किसी भी दवा या मान्यता का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।