Manovigyan Kya Hai – आपने अपने दैनिक जीवन में मनोविज्ञान (साइकोलॉजी) का नाम तो सुना ही होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मनोविज्ञान (साइकोलॉजी) क्या है?
कुछ छात्र ऐसे हैं जो सोचते हैं कि मनोविज्ञान एक ऐसा विषय है जिसे आमतौर पर आर्ट्स स्ट्रीम के छात्र कक्षा 10वीं के बाद पढ़ते हैं।
हां, यह सच है कि कक्षा 10वीं के बाद आर्ट्स स्ट्रीम के छात्र मनोविज्ञान को एक विषय के रूप में चुनते हैं और उसका अध्ययन करते हैं।
लेकिन ये साइकोलॉजी क्या है? क्या आप जानते हैं? आज के लेख में हम इसी के बारे में बात करने जा रहे हैं। आज के लेख में हम मुख्य रूप से जानेंगे कि साइकोलॉजी क्या है? या साइकोलॉजी किसे कहते हैं? तो आइये जानते है साइकोलॉजी क्या है इन हिंदी (Psychology Kya Hai / Manovigyan Kya Hai In Hindi) –
साइकोलॉजी का हिंदी क्या है, साइकोलॉजी का मतलब क्या होता है (Psychology Meaning In Hindi)
साइकोलॉजी को हिंदी में – मनोविज्ञान कहा जाता है, साइकोलॉजी, मनोविज्ञान का इंग्लिश रूप है।
इसका हिंदी अर्थ मनोविज्ञान है। इससे यह प्रतीत होता है कि मनोविज्ञान का अर्थ मन का विज्ञान है।
मनोविज्ञान दो ग्रीक शब्दों से मिलकर बना शब्द है, साइकी शब्द का अर्थ आत्मा है, जबकि ‘लॉगस’ शब्द का अर्थ अध्ययन है।
इसका शाब्दिक अर्थ है आत्मा के संबंध में अध्ययन करने वाला विज्ञान। प्राचीन दार्शनिक में मनोविज्ञान को आत्मा के संबंध में अध्ययन करने वाला विज्ञान भी कहा गया है।
मनोविज्ञान एक ऐसा विषय है जो विद्यार्थी को यह बताता है कि व्यक्ति का दिमाग कैसे सोचता है या काम करता है।
सरल शब्दों में कहें तो यह दिमाग से जुड़ी सभी छोटी-बड़ी बातें बताता है जैसे कि किन परिस्थितियों में व्यक्ति को तनाव, अनिद्रा या चिंता होती है और उनसे कैसे उबरा जाए आदि।
मनोविज्ञान किसे कहते हैं, साइकोलॉजी या मनोविज्ञान क्या है (Manovigyan Kya Hai In Hindi) – Psychology Kise Kahate Hain
मनोविज्ञान में मस्तिष्क की कार्यप्रणाली और मानव व्यवहार को समझा जाता है। मानव और आयु के आधार पर मनोविज्ञान की विभिन्न शाखाओं को विभाजित किया गया है।
मनोविज्ञान विज्ञान की एक शाखा है जिसके अंतर्गत जन्म से लेकर मृत्यु तक सभी मनुष्यों के साथ-साथ पशु-पक्षियों का अध्ययन किया जाता है।
मनोविज्ञान एक अंग्रेजी शब्द है, जिसे हिंदी में मनोविज्ञान कहते हैं। इसके अलावा कई विद्वानों ने मनोविज्ञान को आत्मा के विज्ञान का अध्ययन भी बताया है।
कुछ समय पहले, 16वीं शताब्दी के आसपास मनोविज्ञान का अध्ययन दर्शनशास्त्र के अंतर्गत किया जाता था। उस समय मनोविज्ञान की कोई अलग शाखा विकसित नहीं हुई थी, लोग मनोविज्ञान का अध्ययन दर्शनशास्त्र में ही करते थे।
मनोविज्ञान शब्द ग्रीक भाषा से लिया गया शब्द है, जिसमें साइको का अर्थ आत्मा और लोगोस का अर्थ अध्ययन या विज्ञान होता है।
अब जब मनोविज्ञान की परिभाषा की बात आती है, तो कई विद्वानों ने मनोविज्ञान की अलग-अलग परिभाषाएँ दी हैं।
मनोविज्ञान की विशेषताएँ / साइकोलॉजी की विशेषताएँ – Psychology In Hindi
तो चलिए अब मनोविज्ञान की कुछ विशेषताओं के बारे में बात करते हैं, मनोविज्ञान की विशेषताएँ क्या हैं।
मनोविज्ञान एक प्रकार का विज्ञान है। मनोविज्ञान विषय में व्यवहार का वस्तुनिष्ठ अध्ययन किया जाता है।
मनोविज्ञान के अंतर्गत मानव संज्ञान का भी अध्ययन किया जाता है। मनोविज्ञान में मनुष्य, पशु आदि पर अध्ययन और मनोवैज्ञानिक प्रयोग किए जाते हैं।
इस विषय में मानव के साथ-साथ पशु व्यवहार के बीच संबंधों का भी अध्ययन किया जाता है।
मनोविज्ञान एक प्रकार का विज्ञान है जो सभी प्रकार के सामाजिक व्यवहार का अध्ययन करता है।
साइकोलॉजी की शाखाएं —-
मनोविज्ञान के अंतर्गत कई शाखाएँ हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं –
- बाल मनोविज्ञान (Child Psychology)
- सामान्य मनोविज्ञान (Normal Psychology)
- असामान्य मनोविज्ञान (Abnormal Psychology)
- समाज मनोविज्ञान (Social Psychology)
- मानव मनोविज्ञान (Human Psychology)
- शिक्षा मनोविज्ञान (Education Psychology)
- किशोर मनोविज्ञान (Adolescent Psychology)
- प्रौढ़ मनोविज्ञान (Adult Psychology)
- अपराध मनोविज्ञान (Crime Psychology)
- औद्योगिक मनोविज्ञान (Industrial Psychology)
- व्यैक्तिक मनोविज्ञान (Individual Psychology)
- पशु मनोविज्ञान (Animal Psychology)
- परा मनोविज्ञान (Parapsychology)
FAQs
मनोविज्ञान क्या है?
विभिन्न वैज्ञानिकों ने मनोविज्ञान की अलग-अलग परिभाषाएँ दी हैं। सरल भाषा में कहें तो मनोविज्ञान चेतना का विज्ञान है। यह एक ऐसा अध्ययन है जिसका केंद्र बिंदु मन है।
मनोविज्ञान की उत्पत्ति किन शब्दों से हुई है?
मनोविज्ञान को अंग्रेजी में साइकोलॉजी कहते हैं। यह शब्द दो ग्रीक शब्दों साइकी + लोगोस से मिलकर बना है। अगर इन शब्दों के अर्थ की बात करें तो साइकी का अर्थ है आत्मा और लोगोस का अर्थ है अध्ययन या विज्ञान। इन दोनों शब्दों को इस तरह से जोड़कर इसका अर्थ आत्मा के विज्ञान का अध्ययन कहा जाता है।