Moto Kaha Ki Company Hai – मोटोरोला दुनिया की एक ऐसी जानी-मानी टेक कंपनी है जो पिछले कई दशकों से अपने नए आविष्कारों से दुनिया को आकर्षित करती आई है। अगर मोटोरोला न होती तो शायद हम मोबाइल तकनीक, इंटरनेट तकनीक और अन्य उपकरणों में इतना विकास नहीं देख पाते, जितना आज के समय हम देख पा रहे है। तो आइये जानते है Motorola किस देश की कंपनी है (Motorola Kis Desh Ki Company Hai)
मोटोरोला कहां की कंपनी है (Motorola Kaha Ki Company Hai / Moto Kaha Ki Company Hai)
मोटोरोला एक चीनी कंपनी है, जिसका मुख्यालय शिकागो, इलिनॉय अमेरिका में है। मोटोरोला का स्वामित्व एक चीनी प्रोद्योगिक कंपनी लेनोवो के पास है, और मोटोरोला इसकी सहायक कंपनी के तौर पर काम कर रही है।
मोटोरोला का इतिहास (History Of Motorola In Hindi)
मोटोरोला या मोटोरोला, इंक. एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय दूरसंचार कंपनी थी, जिसकी स्थापना 1928 में दो भाइयों, पॉल गैल्विन और जोसेफ गैल्विन ने की थी। स्थापना के समय कंपनी की स्थापना “गैल्विन मैन्युफैक्चरिंग कॉरपोरेशन” नाम से की गई थी। बाद में कंपनी की सफलता के बाद साल 1947 में कंपनी का नाम गैल्विन मैन्युफैक्चरिंग कॉर्पोरेशन से बदलकर मोटोरोला रख लिया।
लेकिन 2009 से पहले के कुछ वर्षों में कंपनी को अपने स्मार्टफोन और अन्य विभागों में भारी घाटा उठाना पड़ा और यह घाटा लगभग 4.3 बिलियन डॉलर था, जिसके कारण वर्ष 2009 में मोटोरोला कंपनी दो नए स्वतंत्र विभागों में विभाजित हो गई, जिन्हे मोटोरोला सॉल्यूशन और मोटोरोला मोबिलिटी के नाम से जाना जाता है।
मोटोरोला ने कई दशकों तक विभिन्न उपकरणों का विकास और निर्माण किया, जिसमें मोटोरोला ने वर्ष 1930 में कार रेडियो बेचना शुरू किया, उसी वर्ष 1940 के दशक में मोटोरोला टीवी क्षेत्र में शामिल हो गया और वर्ष 1980 में मोटोरोला ने मोबाइल फोन के विकास और निर्माण में विस्तार किया, जिसके चलते कंपनी सालों से अलग-अलग उपकरण और सेक्टर में कारोबार कर रही थी।
लेकिन साल 2005 के बाद मोटोरोला अपने मोबाइल और अन्य मोबिलिटी विभाग में उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं दिखा पाया, जिसके कारण कंपनी को 4.3 बिलियन डॉलर का भारी नुकसान उठाना पड़ा, जिसके बाद मोटोरोला के बोर्ड ऑफ मेंबर्स ने इसे विभाजित करने का फैसला किया। जिसके बाद मोबाइल कंपनियों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए कंपनी ने कंपनी को दो डिवीजनों, मोटोरोला मोबिलिटी और मोटोरोला सॉल्यूशन में विभाजन कर दिया।
2011 में कंपनी के विभाजन के बाद, मोटोरोला मोबिलिटी में मोबाइल फोन, टीवी, सेटअप बॉक्स और अन्य उपकरणों को शामिल किया गया था, वही मोटोरोला सॉल्यूशन में सरकारी और अन्य ग्राहकों के लिए पुलिस रेडिओ, बार कॉड सक्नेर और अन्य उपकरण बनाना शामिल था।
लेकिन विभाजन के बाद भी मोटोरोला मोबिलिटी अन्य कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम नहीं हो पा रही थी, जिसके कारण 12 मई 2012 को गूगल ने केवल मोटोरोला मोबिलिटी का अधिग्रहण कर लिया।
कुछ महीने बाद, दिसंबर 2012 में, गूगल ने मोटोरोला के केबल उपकरण व्यवसाय को एरिस ग्रुप को बेच दिया, वही 30 अक्टूबर 2014 को, मोटोरोला मोबिलिटी को चीनी कंप्यूटर निर्माता लेनोवो को बेच दिया।
मोटोरोला सॉल्यूशन (Motorola Solutions)
मोटोरोला सॉल्यूशन इंक एक अमेरिकी कंपनी है जिसका गठन मुख्य रूप से वीडियो उपकरण, दूरसंचार उपकरण, सॉफ्टवेयर, सिस्टम और सेवाएं प्रदान करने के लिए वर्ष 2011 में किया गया था। इस मोटोरोला को इसकी मुख्य कंपनी से विभाजित करके बनाया गया था जहां मोटोरोला मोबिलिटी के विभाजन के बाद मोटोरोला सॉल्यूशन का मुख्यालय इलिनोइस, शिकागो, अमेरिका में रखा गया था।
मोटोरोला सॉल्यूशन स्थापना वर्ष – 2011
मोटोरोला सॉल्यूशन मुख्यालय – शिकागो, इलिनॉय अमेरिका
मोटोरोला मोबिलिटी (Motorola Mobility)
मोटोरोला मोबिलिटी एक अमेरिकी कंपनी थी, जो मूल रूप से एक उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता के रूप में बनाई गई थी। मोटोरोला मोबिलिटी विशेष रूप से एंड्रॉइड स्मार्टफोन, फीचर फोन और अन्य मोबाइल उपकरणों का विकास – निर्माण किया करती थी।
जनवरी 2014 में, गूगल ने मोटोरोला मोबिलिटी को पूरी तरह से चीनी कंप्यूटर निर्माता लेनोवो को लगभग 6.91 बिलियन डॉलर में बेच दिया, जिसके बाद मोटोरोला मोबिलिटी लेनोवो की सहायक कंपनी के रूप में काम करती है।
मोटोरोला मोबिलिटी स्थापना वर्ष – 2011
मोटोरोला मोबिलिटी मुख्यालय – शिकागो, इलिनॉय अमेरिका
मोटोरोला मोबिलिटी पैरेंट कंपनी – लेनोवो
बता दे की 15 अगस्त 2011 को, गूगल ने घोषणा की कि उसने पूरे मोटोरोला मोबिलिटी डिवीजन को लगभग $12 बिलियन ($40 प्रति शेयर) में खरीद लिया है। गूगल के संस्थापक और तत्कालीन सीईओ लैरी पेज के अनुसार, मोटोरोला मोबिलिटी का अधिग्रहण न केवल कंपनी के एंड्रॉइड स्मार्टफोन और अन्य उपकरणों को मजबूत करने के लिए किया गया था, बल्कि इसलिए भी कि यह घरेलू उपकरणों और अन्य वीडियो उपकरण व्यवसाय में बाजार में अग्रणी थी। लेकिन 2014 में गूगल ने मोटोरोला मोबिलिटी को चीन की प्रमुख कंप्यूटर निर्माता कंपनी लेनोवो को 2.91 बिलियन डॉलर में बेच दिया, जिसके बाद से आज तक मोटोरोला मोबिलिटी लेनोवो की सहायक कंपनी के रूप में काम करती है।
मोटोरोला ने दिया दुनिया को पहला फ़ोन
3 अप्रैल, 1973 को, मोटोरोला ने दुनिया का पहला हैंड-हेल्ड सेल्युलर फोन, DynaTAC 8000X प्रदर्शित किया था। मोटोरोला ने इस DynaTAC 8000X मोबाइल की कीमत 3,995 डॉलर रखी थी, जिसे केवल अमीर लोग ही खरीद सकते थे। इस फोन का साइज काफी बड़ा था, इसका वजन 790 ग्राम से ज्यादा था। फोन में कोई डिस्प्ले नहीं थी, सिर्फ ऊपर की तरफ छोटे बटन दिए गए थे। फोन को चार्ज करने के बाद फोन केवल 6 घंटे तक चलता है और इसे चार्ज करने में लगभग 10 घंटे का समय लगता था। फोन के भारी वजन और बड़े आकार के कारण फोन के साथ एक बैग /सूटकेस देखने को मिलता था, जिससे फोन को कहीं भी ले जा सकते थे।