IIT Ka Full Form Kya Hota Hai In Hindi – आईटीआई एक टेक्नोलॉजी कोर्स है, जिसे 10वीं और 12वीं के बाद किया जा सकता है। यह कोर्स छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए नए आयाम स्थापित करता है। इस कोर्स का उद्देश्य युवाओं में कौशल को बढ़ावा देना है। आईटीआई कोर्स के अंतर्गत गणित और भौतिकी का भी अध्ययन करना होता है। तो आइये जानते है IIT का फुल फॉर्म क्या है (What Is IIT Full Form In Hindi And English) –
IIT का फुल फॉर्म क्या होता है (IIT Ka Full Form Kya Hota Hai In Hindi)
IIT का फुल फॉर्म होता है – इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट (Industrial Training Institute), जिसे हिंदी में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कहा जाता है।
IIT के बारे में – Full Form Of IIT In Hindi And English
आईआईटी यानी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान उच्च शिक्षा का एक सार्वजनिक संस्थान है। जो अपनी शिक्षा और उच्च स्तरीय शोध के लिए प्रसिद्ध है। आईआईटी भारत सरकार द्वारा स्थापित प्रौद्योगिकी शिक्षा संस्थानों का एक समूह है जो छात्रों को उच्च शिक्षा प्रदान करता है।
आईआईटी अधिनियम 1961 के अनुसार, आईआईटी एक स्वायत्त संस्थान है जिसमें इसका अपना निदेशक मंडल मौजूद होता है। भारत सरकार के अनुसार, पहला आईआईटी संस्थान आईआईटी खड़गपुर है जिसकी स्थापना भारत सरकार ने 1951 में की थी।
आज भारत में आईआईटी संस्थानों की कुल संख्या 23 है जो देश के विभिन्न राज्यों और भागों में स्थित हैं। ये संस्थान लाखों कुशल और योग्य इंजीनियर तैयार करते हैं जो गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक और अमेज़न जैसी बड़ी कंपनियों में काम करते हैं।
भारत में सभी आईआईटी संस्थानों के पाठ्यक्रम, नियम, पात्रता और प्रवेश परीक्षा आईआईटी संस्थानों द्वारा ही बनाई और निर्धारित की जाती हैं। इसलिए, सभी छात्रों को आईआईटी के बारे में पर्याप्त जानकारी होना आवश्यक है।
IIT कैसे करें?
IIT करने के लिए संस्थानों द्वारा कुछ नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन करना छात्रों के लिए ज़रूरी है। जैसे; अगर कोई छात्र IIT कॉलेजों में एडमिशन लेना चाहता है, तो सबसे पहले उसे JEE Main क्लियर करना होगा।
JEE Main क्लियर करने के बाद, टॉप 2.5 लाख छात्र IIT में एडमिशन के लिए JEE Advanced की परीक्षा देते हैं। इस JEE Advance परीक्षा को पास करने वाले टॉप 1 लाख छात्रों को IIT में एडमिशन लेने का सौभाग्य मिलता है।
IIT कॉलेजों में अलग-अलग कोर्स होते हैं. जैसे; सिविल इंजीनियरिंग, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग ब्रांच आदि को ‘ब्रांच’ के नाम से जाना जाता है।
IIT में हाई रैंक पाने वाले छात्रों को BTech, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग जैसे उच्च कोर्स मिलते हैं। जबकि कम रैंक वाले छात्रों को मैकेनिकल, सिविल जैसी ब्रांच में एडमिशन मिलता है। यह प्रक्रिया लगभग हमेशा एक जैसी ही होती है. इसलिए बेहतर कोर्स पाने के लिए अच्छी तैयारी ज़रूरी है।
IIT के लिए योग्यता
आईआईटी करने के लिए 12वीं पास होना जरूरी है। 12वीं में फिजिक्स और मैथमेटिक्स अनिवार्य है जबकि तीसरे विषय के तौर पर केमिस्ट्री या बायोटेक्नोलॉजी जरूरी है। अगर आपने फिजिक्स, मैथमेटिक्स और बायोलॉजी या केमिस्ट्री के साथ 12वीं नहीं की है तो आप आईआईटी के लिए योग्य नहीं हैं।
इसके अलावा आईआईटी में जाने के लिए 12वीं में 75 फीसदी अंक होना जरूरी है। साथ ही एससी, एसटी के लिए आईआईटी में विशेष छूट का प्रावधान है।
आईआईटी संस्थानों द्वारा समय-समय पर पात्रता मानदंडों में थोड़ा बदलाव किया जाता है। क्योंकि, देश के सभी बोर्ड के मूल्यांकन के आधार पर पात्रता तय की जाती है।
आईआईटी की फीस
प्रत्येक संस्थान द्वारा आईआईटी की आधिकारिक वेबसाइट पर फीस संरचना प्रदान की जाती है। दरअसल, फीस कई मापदंडों के अनुसार तैयार की जाती है।
आईआईटी की सामान्य फीस लगभग 2 से 2.5 लाख होती है जो चार साल में लगभग 8 से 10 लाख हो जाती है।
भारत के सभी आईआईटी में बी.टेक करने के लिए प्रति वर्ष 90000 रुपये खर्च होते थे। लेकिन केंद्र सरकार ने ट्यूशन फीस 90000 रुपये से बढ़ाकर 200000 रुपये (सामान्य + ओबीसी) कर दी।
एससी/एसटी और पीडब्ल्यूडी यानी दिव्यांगों के लिए फीस में विशेष छूट है। लेकिन उन्हें मेस और हॉस्टल फीस भी देनी होगी।
आईआईटी करने के फायदे
आईआईटी करने के कई फायदे हैं जो इस संस्थान में शामिल न होने वाले छात्रों को पता नहीं होते। आईआईटी करने के कुछ मुख्य लाभ इस प्रकार हैं –
सबसे बड़ा फायदा यह है कि अगर आप आईआईटी संस्थान/कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री लेते हैं तो यह डिग्री न केवल आपको सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करने में मदद करेगी बल्कि इसकी मदद से आप किसी मशहूर और अच्छी इंडस्ट्री में अच्छी सैलरी वाली नौकरी भी पा सकते हैं।
यहां आपको बेहतर और उच्च स्तरीय इंजीनियरिंग शिक्षा प्रदान की जाती है। यही वजह है कि हर साल लाखों से ज्यादा छात्र आईआईटी में प्रवेश पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।
भारत में लगभग सभी आईआईटी संस्थानों का कैंपस, पाठ्यक्रम और शिक्षा प्रणाली अन्य कॉलेजों/संस्थानों से बेहतर है।
आईआईटी में पढ़ने वाले इंजीनियरिंग छात्रों को अन्य कॉलेजों/संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों की तुलना में अधिक और बेहतर प्लेसमेंट मिलता है।
पढ़ाई के अलावा यहां कुछ अन्य गतिविधियां और कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।