UPSC Ka Full Form Kya Hai In Hindi – यूपीएससी भारत सरकार की नौकरियों में भर्ती के लिए कई परीक्षाएं आयोजित करता है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है, जिसे आईएएस परीक्षा भी कहा जाता है। यूपीएससी कई सरकारी सेवाओं के लिए परीक्षा आयोजित करता है। यूपीएससी कई अखिल भारतीय सेवाओं के साथ-साथ सशस्त्र बलों के लिए भर्ती प्रक्रिया आयोजित करता है। तो आइये जानते है यूपीएससी क्या है, यूपीएससी का फुल फॉर्म क्या है (Full Form Of SEBI In Hindi) –
यूपीएससी क्या है इन हिंदी में (What Is UPSC In Hindi)
यूपीएससी भारत की केंद्रीय एजेंसी है जो सरकारी सेवाओं में उम्मीदवारों की भर्ती के लिए सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) जैसी परीक्षा आयोजित करती है। यूपीएससी सिविल सेवाओं के साथ-साथ रक्षा सेवाओं में भी उम्मीदवारों की भर्ती करता है। संघ लोक सेवा आयोग हर साल भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी के पद के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित करता है।
भारत में यूपीएससी को 26 जनवरी 1950 के बाद संघ लोक सेवा आयोग के रूप में मान्यता दी गई। इसका मुख्य उद्देश्य केंद्रीय स्तर पर परीक्षा आयोजित करके केंद्र और राज्य सरकार को आईएएस, आईपीएस, आईएफएस आदि जैसे योग्य कर्मचारी उपलब्ध कराना है।
यह संस्था कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया के लिए देश में हर साल परीक्षा आयोजित करती है। यूपीएससी में भर्ती प्रक्रिया लेवल ए और लेवल बी में पूरी होती है। यानी संघ लोक सेवा आयोग भारत देश की एक प्रतियोगी परीक्षा है, जिसके परिणामों के अनुसार केंद्रीय व राज्य प्रशासन के लिए भारत सरकार द्वारा आईपीएस, आईआरएस, आईएएस जैसे सिविल सेवा अधिकारियों का चयन किया जाता है।
यूपीएससी का फुल फॉर्म क्या है (UPSC Ka Full Form Kya Hai In Hindi)
यूपीएससी का फुल फॉर्म यानी की पूरा नाम – यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन होता है (Union Public Service Commission), जिसे हिंदी में संघ लोक सेवा आयोग कहा जाता है।
यूपीएससी के कार्य – UPSC Full Form In Hindi
संविधान के अनुच्छेद 320 के तहत, संघ लोक सेवा आयोग अन्य बातों के अलावा सिविल सेवाओं और पदों के लिए सभी भर्ती जिम्मेदारियों के लिए जिम्मेदार है। संविधान के अनुच्छेद 320 के तहत यूपीएससी की कार्य प्रक्रिया इस प्रकार है।
- भारत की प्रशासनिक सेवाओं में रिक्तियों के लिए परीक्षा आयोजित करना
- साक्षात्कार के माध्यम से प्रशासनिक सेवाओं के लिए उम्मीदवारों का चयन करना
- सरकार के तहत विभिन्न सेवाओं और पदों के लिए भर्ती नियमों को तैयार करना और उनमें संशोधन करना
- प्रशासनिक सेवाओं में पदोन्नति, पुनर्नियुक्ति भी यूपीएससी द्वारा की जाती है
- आयोग को भारत के राष्ट्रपति द्वारा भेजे गए किसी भी मामले पर सरकार को सलाह देना
यूपीएससी के लिए पात्रता
सिविल सेवा आयोग के लिए पात्रता अलग है, जिसे अभ्यर्थी को पूरा करना आवश्यक है। जो इस प्रकार है –
भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा और भारतीय पुलिस सेवा के लिए अभ्यर्थी को भारत का नागरिक होना चाहिए।
अभ्यर्थी को नेपाल या भूटान का नागरिक होना चाहिए। अभ्यर्थी भारतीय मूल का व्यक्ति होना चाहिए, जो भारत में स्थायी रूप से बसने के इरादे से इथियोपिया, केन्या, मलावी, म्यांमार, पाकिस्तान, श्रीलंका, तंजानिया, युगांडा, वियतनाम, ज़ैरे या जाम्बिया से आया हो।
अभ्यर्थी / उम्मीदवार के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
अभ्यर्थी जो अर्हक परीक्षा में शामिल हो चुके हैं और परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं या जो अभी तक अर्हक परीक्षा में शामिल नहीं हुए हैं, वे भी प्रारंभिक परीक्षा के लिए पात्र हैं। ऐसे अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए आवेदन के साथ उक्त परीक्षा उत्तीर्ण करने का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा।
सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त या समकक्ष व्यावसायिक और तकनीकी योग्यता वाले अभ्यर्थी भी आवेदन करने के पात्र हैं।