दिवाली पर 10 वाक्य हिंदी में (दिवाली के बारे में 10 वाक्य) – Diwali Ke Bare Mein 10 Line

10 Sentences About Diwali In Hindi – सनातन धर्म में इस पावन त्योहार का विशेष महत्व है। धनतेरस से ही इस त्योहार की धूम पूरे देश में देखने को मिलती है। मान्यता है कि धन की देवी माता लक्ष्मी और विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और धन से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान होता है।

इस दिन कुछ खास उपाय करने से भक्तों को धन-धान्य की प्राप्ति होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार दिवाली का त्योहार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। दिवाली के इस खास मौके पर स्कूल-कॉलेजों में निबंध प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। परीक्षाओं में दिवाली पर निबंध या वाक्य लिखने का सवाल होता है। ऐसे में हम आपके लिए दिवाली पर 10 वाक्य लेकर आए हैं। तो आइये जानते है दिवाली के बारे में 10 वाक्य (Diwali Ke Bare Mein 10 Line) –

दिवाली पर 10 वाक्य हिंदी में लिखिए (10 Sentences About Diwali In Hindi)

1) दिवाली हिंदु लोगो का एक पवित्र त्यौहार है, जो प्रत्येक साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है।

2) इस दिन भगवान राम 14 वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे और अयोध्यावासियों ने उनके स्वागत में घी के दीये जलाकर पूरी अयोध्या को रोशन कर दिया था। तब से लेकर आज तक हर साल इस दिन लोग अपने घरों में दीये जलाते हैं।

3) यह त्यौहार भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, इसलिए यह त्यौहार अन्य धर्मों के लोगों के बीच भी बहुत लोकप्रिय है।

4) इस दिन देवी लक्ष्मी और श्री गणेश की पूजा की जाती है और लक्ष्मी जी को धन और समृद्धि की देवी कहा जाता है और गणेश जी शुभता के प्रतीक हैं और उनके आशीर्वाद से घर में सब कुछ शुभ और धन्य होता है।

5) देवी लक्ष्मी के बारे में मान्यता है कि वे साफ-सुथरी जगह पर ही रहती हैं, इसलिए लक्ष्मी पूजा के लिए लोग कई दिन पहले से ही घर की साफ-सफाई शुरू कर देते हैं।

6) लोग घर की रंगाई-पुताई करते हैं और पूरे घर को लाइट, लालटेन आदि से सजाते हैं।

6) इस दिन लोग मुख्य द्वार को आम के पत्तों की माला से सजाते हैं। इस दिन व्यापारी नए बही-खाते शुरू करते हैं और उनकी पूजा भी करते हैं।

8) कुछ लोग दिवाली पर पूरे दिन उपवास भी रखते हैं और शाम को पूजा करने के बाद ही भोजन करते हैं।

9) यह त्यौहार पांच दिनों तक चलता है और इस दौरान लोग कई नई चीजें खरीदते हैं, इसलिए बाजारों में भी रौनक बढ़ जाती है।

10) इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं और अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के घर जाकर उन्हें मिठाई और उपहार आदि देते हैं और उन्हें दिवाली की शुभकामनाएं देते हैं।

दिवाली पर निबंध हिंदी में 10 लाइन्स

  • दीपावली शब्द संस्कृत भाषा से लिया गया एक शब्द है।
  • दिवाली भारत का सबसे बड़ा त्योहार है।
  • दिवाली को रोशनी का त्योहार या पर्व कहा जाता है।
  • दिवाली को त्योहारों या पर्वो की माला भी कहा जाता है।
  • दिवाली का त्योहार धनतेरस से शुरू होकर भाईदूज तक चलता है।
  • दिवाली का त्योहार या पर्व कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है।
  • इस दिन भगवान राम लंकापति रावण का वध करके माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटे थे।
  • दिवाली या दीपावली को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है।
  • दिवाली पर भगवान प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया जाता है।

दिवाली या दीपावली पर निबंध (Diwali Par Essay In Hindi)

परिचय या प्रस्तावना

हर त्यौहार हमारे जीवन में खुशियाँ लेकर आता है लेकिन रोशनी का त्यौहार दिवाली खुशियाँ और समृद्धि दोनों लेकर आता है। हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को दिवाली मनाई जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान श्री राम 14 वर्ष के वनवास के बाद राज्य में वापस लौटे थे और अयोध्या के लोगों ने उनके स्वागत में घी के दीये जलाकर जश्न मनाया था। तब से पूरे देश में दिवाली मनाई जाती है। इसके साथ ही इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर पर विजय प्राप्त की थी।

पांच दिनों तक चलता है त्यौहार

दिवाली का यह त्यौहार पांच दिनों तक चलता है यानी धनतेरस से लेकर भाई दूज तक। धनतेरस के दिन सोने-चांदी से लेकर अन्य चीजों की खरीदारी की जाती है। उसके बाद अगले दिन नरक चौदस के दिन लोग सूर्योदय से पहले स्नान करते हैं और फिर अमावस्या के दिन लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। घरों को दीयों, मोमबत्तियों और लाइटों से सजाया जाता है। रात में देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है और उन्हें खील और बताशे का प्रसाद चढ़ाया जाता है। दुकानों और बाजारों की रौनक और रौनक देखने लायक होती है।

निष्कर्ष या सारांश

दिवाली हर्षोल्लास और खुशी के साथ मनाया जाने वाला त्यौहार है। बच्चे और बड़े सभी मिलकर इस खास त्यौहार को मनाते हैं और अपने घरों में पूजा-पाठ करते हैं। लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो इस त्यौहार के दिन जुआ खेलते हैं लेकिन यह समाज के लिए एक बुराई है और इसे रोका जाना चाहिए। बच्चों को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि उनके पटाखों से किसी जानवर को नुकसान न पहुंचे।

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